महिला को बड़ी जिम्मेदारी, दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी चर्चा में...
मोसाद ने नियुक्ति के बाद महिला की तस्वीर ब्लर करके जारी की है ताकि उनकी सुरक्षा को खतरा ना हो.
नई दिल्ली: दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी कही जाने वाली मोसाद में पहली बार दो महिलाएं बड़े पदों पर कार्यभार संभालेंगी. मोसाद की ओर से जारी प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई है. इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की ओर से बताया गया कि एजेंसी में अब दो महिलाएं 'अलफ' और 'कुफ' टॉप पोजिशन में काम करेंगी, जिनमें कुफ पहले से ही बतौर ईरान डेस्क की हेड अपनी सेवाएं दे रही हैं. हालांकि, मोसाद ने नियुक्ति के बाद महिला की तस्वीर ब्लर करके जारी की है ताकि उनकी सुरक्षा को खतरा ना हो.
इजरायल के प्रधानमंत्री ऑफिस से जारी एक बयान के अनुसार, अलफ पिछले 20 सालों से एजेंसी में अपनी सेवाएं दी रही हैं. अब उनकी नई पोजिशन आईडीएफ (इजरायल डिफेंस फोर्स) के मिलिट्री इंटेलिजेंस के हेड बराबर होगी. मोसाद में अलफ को डायरेक्टर ऑफ इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी दी गई है.
अलफ अब राष्ट्रीय स्तर पर कई मुद्दों को देखेंगी जिनमें ईरानी परमाणु कार्यक्रम, वैश्विक आतंकवाद शामिल होगा. इसके साथ ही अलफ मोसाद के सभी ऑपरेशन में इंटेलिजेंस की जिम्मदारी लेंगी. साथ ही मोसाद से जुड़े सैकड़ों कर्मचारियों को भी मैनेज करेंगी.
करीब दो महीने पहले एक अवार्ड सेरेमनी कार्यक्रम में अलफ ने कहा था कि वे इस प्लेटफोर्म का इस्तेमाल सुरक्षा क्षेत्र में महिलाओं को उनकी क्षमता और प्रभाव का एहसास दिलाने के लिए करेंगी.
वहीं ईरान डेस्क की हेड कुफ की दुश्मन देश की ओर से होने वाले सभी तरह के खतरों के खिलाफ रणनीति बनाने की जिम्मेदारी होगी. साथ ही कुफ मोसाद, आईडीएफ व अन्य इजरायली सुरक्षा एजेंसियों के बीच ऑपरेशनल, तकनीकी और खुफिया ब्रांच में समन्वय रखने का काम भी करेंगी.
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट ने अलफ और कुफ को मोसाद में बड़ा पद मिलने पर खुशी जताते हुए इसे अच्छा फैसला बताया है. नेफ्टाली बेनेट ने कहा कि पिछले ही हफ्ते मेरी दोनों के साथ एक जरूरी काम को लेकर हुई मीटिंग में मुलाकात हुई है. उन्होंने आगे कहा कि उस दौरान मुझे महसूस हुआ कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सही लोगों के पास है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भी ईरान के साथ मुद्दे को अभी नेफ्टली ही संभाल रहे हैं.
वहीं मोसाद के चीफ डेविड बार्निया इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि जब भी कोई मोसाद में प्रवेश कर जाता है तो वो पुरुष हो या महिला, सभी को समान रूप से देखा जाता है. मोसाद चीफ ने आगे कहा कि मोसाद में कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने एजेंट से लेकर कई बड़ी जिम्मेदारियों को संभाला है.
डेविड बार्निया ने आगे कहा कि मोसाद के दरवाजे पुरुष हो या महिलाएं, सभी के लिए खुले हुए हैं. बस मैटर ये करता है कि वे किस रोल में फिट बैठेंगे. डेविड बार्निया ने आगे कहा कि मोसाद के लिए ये जरूरी है कि इजरायल की महिलाओं को एजेंसी में मिलने वाले बेहिसाब मौकों के बारे में बताया जाए.
आपको बता दें कि मोसाद पूरे विश्व में सबसे ज्यादा खूंखार और अलर्ट खुफिया एजेंसी कही जाती है. अक्सर मोसाद की महिला एजेंट चर्चा में बनी रहती हैं. मोसाद की कई महिला एजेंट्स ने बड़े-बड़े मिशनों पर खुद को साबित भी कर दिखाया है. ऐसे में पहली बार मोसाद में दो महिलाओं को इतनी बड़ी पोस्ट पर नियुक्त किया जा रहा है.