इस्लामाबाद: पाकिस्तान के टेलीकॉम निगरानीकर्ता ने सोमवार को वीडियो साझा करने वाले चीनी एप टिकटॉक पर से बैन हटा लिया. इसका संचालन करने वाली कंपनी की तरफ से 'अनैतिक सामग्री' को नियंत्रित करने का आश्वासन दिए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है.
टिकटॉक ने क्या कहा?
पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने अनैतिक सामग्री की कई शिकायतें प्राप्त होने के बाद नौ अक्टूबर को टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था. पीटीए ने ट्वीट करके कहा, ' प्रबंधन (टिकटॉक) की ओर से यह आश्वासन मिलने के बाद कि अश्लीलता और अनैतिकता फैलाने वाले सभी अकाउंट को वह ब्लॉक करेंगे, इस पर से प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया गया. टिकटॉक स्थानीय कानूनों के अनुसार, अकाउंट में सुधार करेगा.'
इससे पहले, पीटीए ने आरोप लगाया था कि कई बार आपत्ति जताए जाने के बावजूद वीडियो एप संचालन कंपनी अश्लील और अनैतिक सामग्री को रोकने में नाकाम रही. शनिवार को टिकटॉक के स्वामित्व वाली कंपनी ने यहां अपनी सेवाओं में सुधार के लिए और संसाधन लगाने का वादा किया था.
बाइटडांस ने क्या कहा था?
इससे पहले टिकटॉक के स्वामित्व वाली चीनी कंपनी बाइटडांस ने इस बात पर अफसोस जताया है कि पाकिस्तान में उसकी सेवाएं एक सप्ताह से अधिक समय से निलंबित हैं. कंपनी ने शनिवार को कहा, ''टिकटॉक का मिशन रचनात्मकता और आनंद को प्रेरित करना है और यही हमने पाकिस्तान में किया. हमने एक समुदाय बनाया है जिसकी रचनात्मकता और जुनून ने पाकिस्तान के लोगों को आनंदित किया है और प्रतिभाशाली लोगों के लिए आर्थिक अवसर खोले हैं.''
भारत और अमेरिका में बैन
कुछ महीने पहले चीन से सीमा विवाद की सूरत में भारत सरकार ने टिकटॉक को देश में हमेशा के लिए बैन कर दिया था. टिकटॉक के भारत में 100 मिलियन से ज्यादा यूजर थे. बाद में अमेरिका ने भी टिकटॉक को बैन कर दिया था. अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट ने टिकटॉक को खरीदने की कोशिश की, लेकिन डील फाइनल नहीं हो पाई. टिकटॉक यूथ के बीच काफी पॉप्युलर है और हजारों यूजर्स के लिए यह आय का भी जरिया है.