आत्मघाती हमलावरों में एक महिला भी
चर्च के पादरी ने बताया कि धमाके के वक्त श्रद्धालुओं का पहला समूह बाहर जा रहा था वहीं दूसरा समूह भीतर आ रहा था. हमला ऐसे समय हुआ है, जब दिसंबर में दक्षिण पूर्व एशियाई आतंकी संगठन जेमाह इस्लामिया के सरगना आरिस सुमरसोनो की गिरफ्तारी के बाद से ही इंडोनेशिया में हाई अलर्ट जारी है. तुलक ने बताया कि चर्चके सुरक्षाकर्मियों को संदेह है कि मोटरसाइकिल पर आए दो लोग चर्चमें प्रवेश करना चाहते थे. सुरक्षाकर्मियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उनमें से एक ने खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया. हालांकि, पुलिस ने बाद में बताया कि दोनों हमलावर उसी वक्त मारे गये और मौके से जुटाए गए साक्ष्यों से यह संकेत मिलता है कि उनमें से एक महिला थी. पुलिस ने बताया कि घायलों में चार सुरक्षाकर्मी सहित चर्च आने वाले श्रद्धालु शामिल हैं.
राष्ट्रपति ने की निंदा, पोप ने की प्रार्थना
राष्ट्रपति जोको विदोदो ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि इसका किसी धर्म से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि सभी धर्म किसी भी तरह के आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं. उन्होंने हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र ठीक होने की कामना की और उनके उपचार का खर्च सरकार द्वारा उठाने की बात कही. राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख को हमले की जांच करने और इसमें संलिप्त रहे किसी भी आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया. इस बीच, वेटिकन में पोप फ्रांसिस (Pope Francis) ने हिंसा पीड़ितों के लिए प्रार्थना की. उन्होंने इंडोनेशिया में रविवार को हुए हमलों में घायल हुए लोगों का विशेष रूप से उल्लेख किया.
चरमपंथियों से जूझ रहा है इंडोनेशिया
राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता आर्गो युवोनो ने राजधानी जकार्ता में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पुलिस दोनों हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने शक्तिशाली विस्फोटकों का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि क्या उनका संबंध प्रतिबंधित जेमाह इस्लामिया (Jemaah Islamiyah) के स्थानीय समूह से था. इंडोनेशिया के आतंकवाद रोधी दस्ते ने कई प्रांतों में करीब 64 संदिग्धों को हिरासत में लिया था. पुलिस तथा धार्मिक स्थलों पर हमलों की आशंका की खुफिया सूचना मिलने के बाद ये गिरफ्तारियां हुई थीं.