बड़ी साजिश: पाकिस्तान का नेटवर्क अब भारत में, हाई अलर्ट पर दूर संचार विभाग
बड़ी साजिश
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में पाकिस्तान से आ रहे सेल्युलर नेटवर्क के बारे में पता चला है. कांगड़ा जिला प्रशासन ने दूरसंचार विभाग को जानकारी दी है कि करेरी नाम की जगह पर पाकिस्तान मोबाइल नेटवर्क आ रहे हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सिग्नल करेरी लेक के पास डिटेक्टर किए गए. ये जगह समुद्र तल से 2900 मीटर ऊपर और जिला मुख्यालय धर्मशाला से 26 किलोमीटर की दूरी पर है. ट्रैकर्स ने अधिकारियों को बताय कि जब भारतीय सेलुलर ऑपरेटर सिग्नल उपलब्ध नहीं थे तो उनके मोबाइल में पाकिस्तान मोबाइल सिग्नल आने लगे.
अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन
इतना ही नहीं मोबाइल के समय में भी बदलाव हुआ. ट्रैकर्स ने बताया कि पाकिस्तानी सिग्नल इतने मजबूत थे कि मोबाइल में अपने आप पाकिस्तान स्टैंडर्ड टाइम दिखने लगा. दिलचस्प बात ये है कि धर्मशाला के पास पाकिस्तान सीमा के बीच हवाई दूरी 140 किलोमीटर है और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार सीमा की दोनों तरफ 500 मीटर से अधिक दूरी पर मोबाइल फोन सिग्नल नहीं होने चाहिए.
ये पहली बार नहीं है जब धर्मशाला में पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क का पता लगा हो. इससे पहले भी साल 2018 में दो प्रमुख पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों जोम और यूफोन के सिग्नल दो जगहों पर पाए गए थे. भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तानी मोबाइल सिग्नल मिलना सामान्य है. लेकिन धर्मशाला में पाकिस्तानी सिग्नल मिलने से प्रशासन सतर्क हो गया है.
इस लिए धर्मशाला है संवेदनशील
इन सिग्नलों का दुरुपयोग असमाजिक तत्व भी कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार जोंग दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियों में से एक है. वहीं यूफोन पाकिस्तान में तीसरा सबसे बड़ी ऑपरेटर है. पिछले दिनों कांगड़ा जिले में दो अन्य पाकिस्तान ऑपरेटरों- मोबिलिंक और टेलीनॉर और एक चीनी कंपनी के सिग्नल का भी पता चला था. धर्मशाला इस लिए भी संवेदनशील हो जाता है क्योंकि यहां निर्वासित तिब्बती नेता दलाई लामा रहते हैं. पिछले दिनों धर्मशाला के पास मैक्लोडगंज से चीनी जासूसों को गिरफ्तार किया गया था.