बड़ा ऐलान: विश्व खाद्य कार्यक्रम को मिलेगा कोरोना काल में 'नोबेल पुरस्कार'

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम को कोरोना काल में शांति के नोबेल पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा.

Update: 2020-11-16 13:53 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम को कोरोना काल में शांति के नोबेल पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा. कोरोना महामारी के समय इस संगठन ने अहम भूमिका निभाई है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डस के मुताबिक विश्व खाद्य कार्यक्रम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय कार्यक्रम है. जानकारी के अनुसार, विश्व खाद्य कार्यक्रम के तहत 2030 तक दुनिया में भूखमरी को ख़त्म कर दिया जाएगा. बता दें कि भुखमरी को खत्म करना ही इस कार्यक्रम की पहली प्राथमिकता है.

दुनियाभर में संगठन ने किया है सराहनीय काम

संगठन अलग-अलग तरीके से काम करता है. यह खाद्य सामग्रियों को लोगों तक पहुंचाता है. इसके अलावा, यह संगठन नकदी हस्तांतरण के जरिए भी लोगों को मदद करता है. आपको बता दें कि साल 2005 में श्रीलंका में सुनामी आई थी. इसके बाद ही संगठन ने नकदी हस्तांतरण शुरू किया था. नोबेल समिति के अनुसार, संगठन ने दुनियाभर में लोगों को हर तरह से मदद की है. 2019 में विश्व खाद्य कार्यक्रम ने 88 देशों के करीब 10 करोड़ लोगों को तकरीबन 42 लाख मीटिक टन भोजन और 1.2 बिलियन डॉलर नकद मदद सहायता दी है. इस संगठन ने कोरोना काल में भी लोगों की काफी मदद की है जिसके बाद इसे नोबेल पुरस्कार देने का फैसला लिया गया है.

2030 तक भुखमरी ख़त्म करने का है लक्ष्य

संगठन ने कई देशों में लोगों के हित का काम किया है. संगठन ने निर्णय लिया है कि साल 2030 तक दुनियाभर में भुखमरी को ख़त्म कर दिया जाएगा. संगठन ने कोरोना महामारी के दौरान भी लोगों की काफी मदद की है. वहीं, संगठन के इस काम से लाखों लोग दोबारा अपनी जिंदगी शुरू कर चुके हैं, जो सराहनीय कदम है.

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