बाइडन का तंज रूस-चीन की बढ़ती नजदीकियों पर, कहा-कुछ नया नहीं
शी जिनपिंग ने पुतिन की यात्रा को शीतकालीन ओलंपिक के लिए एकजुट होने की प्रतिबद्धता के रूप में दर्शाया था। दरअसल बीजिंग ओलंपिक गेम्स समारोह का हिस्सा बनने गए रूसी राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति के बीच एक बड़ी डील हुई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन के साथ उभरे तनाव के बाद रूस का चीन के साथ नए गठजोड़ होने की खबरों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का बयान सामने आया है। बाइडन ने रूस-चीन की बढ़ती नजदीकियों को पुराना बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को कहा कि चीनी और रूसी राष्ट्राध्यक्षों ने पिछले हफ्ते बीजिंग में मुलाकात के बाद अपने राष्ट्रों के बीच दोस्ती की पुष्टि की, लेकिन इसमें कुछ भी नया नहीं था।
बता दें कि संवाददाताओं से यह पूछे जाने पर कि रूस के चीन के बहुत करीब आने से वह चिंतित हैं तो इसपर बाइडन ने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है जिसपर चिंता की जाए। गौरतलब है कि बाइडन का बयान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शुक्रवार को बीजिंग में मुलाकात के बाद आया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों राष्ट्रपतियों ने चीन-रूस संबंधों और अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक सुरक्षा और स्थिरता से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा की।
दूसरी ओर शी ने पुतिन की यात्रा को शीतकालीन ओलंपिक के लिए एकजुट होने की प्रतिबद्धता के रूप में दर्शाया था और इसे चीन-रूस संबंधों में नई ऊर्जा जोड़ने वाला बताया था।
दरअसल बीजिंग ओलंपिक गेम्स समारोह का हिस्सा बनने गए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच एक बड़ी डील हुई है। ये डील गैस और तेल सप्लाई से संबंधित है। गौरतलब है कि समूचे यूरोप को अधिकतर गैस और तेल की सप्लाई रूस से ही होती है। लेकिन हाल के कुछ दिनों में यूक्रेन के साथ उभरे तनाव और अमेरिका के इसमें कूदने से हालात लगातार बदल रहे हैं। इसी के चलते रूस अपने व्यापारिक साझेदारों के रूप में नए विकल्प तलाश रहा है।