US सैनिकों की वापसी से पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ बैठक करेंगे बाइडेन, व्हाइट हाउस में होगी पहली मुलाकात
US सैनिकों की वापसी से पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ बैठक करेंगे बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Afghanistan President Ashraf Ghani) और वहां की राष्ट्रीय सुलह उच्च परिषद (हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकंसिलिएशन) के अध्यक्ष डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला से शुक्रवार को व्हाइट हाउस (White House) में मुलाकात करेंगे. यह 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिका और नाटो के शेष बलों की वापसी से पहले गनी और बाइडेन की आमने-सामने की पहली वार्ता होगी.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने रविवार को कहा, 'राष्ट्रपति गनी और डॉ अब्दुल्ला की यात्रा (अफगानिस्तान में नाटो) सैनिकों की संख्या कम किए जाने के बीच अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच स्थायी साझेदारी को रेखांकित करेगी.' उन्होंने कहा, 'बाइडेन 25 जून को व्हाइट हाउस में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और राष्ट्रीय सुलह उच्च परिषद के अध्यक्ष डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं.'
शांति वार्ता को लगा झटका
यह उच्च स्तरीय बैठक ऐसे समय में होगी, जब तालिबान ने हाल के सप्ताह में अफगानिस्तान के दर्जनों नए जिलों पर कब्जा कर लिया है और ऐसा बताया जा रहा है कि इस दौरान बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए हैं. अफगान सुरक्षा बलों और तालिबानी आतंकवादियों के बीच संघर्ष में वृद्धि ने अमेरिका की मध्यस्थता वाली शांति वार्ता को ताजा झटका दिया है. साकी ने कहा कि अमेरिका, अफगान महिलाओं, लड़कियों और अल्पसंख्यकों सहित अफगान नागरिकों का समर्थन करने के लिए राजनयिक, आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध है.
अमेरिका के लिए खतरा अफगानिस्तान के आतंकी
उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान सरकार के साथ संवाद बनाए रखेगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि देश फिर से उन आतंकवादी समूहों के लिए पनाहगाह न बन जाए, जो अमेरिका के लिए खतरा पैदा करते हैं. साकी ने कहा, 'अमेरिका जारी शांति प्रक्रिया का पूरी तरह से समर्थन करता है और सभी अफगान पक्षों को संघर्ष समाप्त करने के लिए वार्ता में सार्थक भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करता है.'
किसका साथ दे रहे इमरान खान?
इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए को पाकिस्तान की जमीन पर ड्रोन बेस बनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से वापस जा रही है ऐसे में इमरान खान के इस फैसले ने विवाद खड़ा कर दिया है. अमेरिकी एजेंसी पाकिस्तान में खुफिया अड्डा बनाकर अफगानिस्तान में अलकायदा समेत अन्य आतंकियों को नजर रखना चाहती थी लेकिन इमरान खान ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है.