बाइडन ने कहा- यूक्रेन पर रूस के हमला करने पर पुतिन पर लगा सकते हैं प्रतिबंध
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमला करने पर वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। ब्रिटेन ने भी पुतिन पर व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाने की संभावना से इन्कार नहीं किया है। जवाब में रूस ने कहा है कि इस तरह के प्रतिबंधों से राष्ट्रपति पुतिन को कोई फर्क नहीं पड़ता। हां, राजनीतिक नजरिये से ये खराब होते हैं।
यूक्रेन के नजदीकी देशों में नाटो के सैनिकों व हथियारों की तैनाती और 8,500 अमेरिकी सैनिकों को कार्रवाई के लिए तैयार किए जाने के बाद राष्ट्रपति बाइडन की ओर से यह बयान आया है। मंगलवार को यूक्रेन को मदद के रूप में दिए जा रहे अमेरिकी हथियारों-उपकरणों की तीसरी खेप भी कीव पहुंच गई।
रूस ने पश्चिमी देशों पर क्षेत्र में तनाव पैदा करने का आरोप लगाया है। रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन पर हमला करने नहीं जा रहा, वह क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अमेरिका से सुरक्षा प्रस्ताव पर गारंटी मांग रहा है। इसमें यूक्रेन को नाटो में शामिल न किए जाने, वहां पर किसी अन्य देश के हथियार तैनात न किए जाने और पूर्वी व मध्य यूरोप से नाटो के हथियारों की तैनाती हटाए जाने संबंधी मांगें हैं।
उल्लेखनीय है कि नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन है। इसमें सभी प्रमुख यूरोपीय देश शामिल हैं। यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की संभावना को देखते हुए रूस ने महीने भर से उसकी सीमा पर करीब एक लाख सैनिकों और भारी हथियारों की तैनाती कर रखी है। हाल के दिनों से रूस ने यह तैनाती बढ़ाकर यूक्रेन को तीन तरफ से घेर लिया है। इसके चलते यूक्रेन पर रूस के हमले का खतरा बढ़ गया है।
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह सबसे बड़ी सैन्य तैनाती है और युद्ध की स्थिति में दुनिया बदल सकती है। बाइडन ने अमेरिकी सैनिकों को यूक्रेन के नजदीक तैनात करने की बात कही है लेकिन अमेरिकी सैनिकों को यूक्रेन की सीमा के अंदर युद्ध में शामिल होने के लिए भेजने से इन्कार कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है, इसलिए वहां सैनिक नहीं भेजे जाएंगे। युद्ध छिड़ने पर पुतिन पर प्रतिबंध लगाने का भी बाइडन ने संकेत दिया है। इससे पहले अमेरिका वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद और लीबिया के राष्ट्रपति रहे मुअम्मर गद्दाफी पर प्रतिबंध लगा चुका है।