बेजोस मुकदमा हारे, मस्क की कंपनी ही बनाएगी मून लैंडर

कंपनी प्रति ग्राहक 99 डॉलर या 7,350 रुपये ले रही है और बीटा चरण में 50 से 150 मेगाबिट प्रति सेकंड की डेटा गति देने का दावा करती है।

Update: 2021-11-06 02:42 GMT

अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस (Jeff bezos) की अंतरिक्ष कार्यक्रम एजेंसी ब्लू ओरिजिन नासा के अगले मानव चंद्र मिशन के लिए लैंडर निर्माण के अनुबंध पर मुकदमा हार गई है। अदालत ने मानव को चंद्रमा पर उतारने वाले आधुनिक लैंडर (Lunar Lander) के लिए नासा द्वारा स्पेसएक्स के चयन को बरकरार रखा है। कोर्ट ने पाया कि नासा ऐसे फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है।



ब्लू ओरिजिन ने सिर्फ स्पेसएक्स के स्टारशिप राकेट सिस्टम को चुनने के लिए अप्रैल में नासा के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। दरअसल, नासा दोनों कंपनियों के लैंडर सिस्टम खरीदना चाहती थी लेकिन अमेरिकी कांग्रेस द्वारा बजट कम करने से सिर्फ स्पेसएक्स का ही लैंडर खरीदने पर सहमति बन सकी। ब्लू ओरिजिन ने नासा को दो अरब डालर की छूट देने की पेशकश भी की लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी ने इससे इन्कार कर दिया। इसके बाद ही ब्लू ओरिजिन ने अदालत जाने का फैसला लिया।
इसके अलावा एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की उपग्रह ब्रॉडबैंड इकाई स्टारलिंक भारत के ग्रामीण इलाकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश में ब्राडबैंड सेवाओं का विस्तार करने के लिए भारत में दूरसंचार कंपनियों के साथ गठजोड़ की संभावना तलाश रही है। स्पेसएक्स में स्टारलिंक के कंट्री निदेशक, भारत संजय भार्गव के अनुसार नीति आयोग द्वारा चरण-1 के तहत 12 आकांक्षी जिलों की पहचान करने के बाद वे विभिन्न कंपनियों एवं यूएसओएफ (यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड) के रुचि के स्तर को देखेंगे।
स्टारलिंक का कहना कि उसे भारत से 5,000 से अधिक आर्डर मिल गए हैं। कंपनी प्रति ग्राहक 99 डॉलर या 7,350 रुपये ले रही है और बीटा चरण में 50 से 150 मेगाबिट प्रति सेकंड की डेटा गति देने का दावा करती है।



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