नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन की जंग के बीच पड़ोसी देश बेलारूस (Belarus) ने बड़ा फैसला लिया है. बेलारूस ने जानकारी दी है कि उसने संवैधानिक जनमत संग्रह करके अपने गैर-परमाणु स्टेटस को खत्म कर दिया है. इससे रूसी परमाणु हथियारों के उसके यहां लाने का रास्ता साफ हो गया है. इससे इस बात का आंदेशा बढ़ गया है कि रूस बेलारूस में अपने परमाणु हथियार तैनात करके यूक्रेन पर दबाव बढ़ाए.
इससे पहले रविवार को खबरें आई थीं कि रूस ने न्यूक्लियर डेटरेंट फोर्स को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. पुतिन के इस कदम को अमेरिका ने अस्वीकार्य बताया था.
परमाणु हथियारों की तैनाती का इस तरह का खतरा दुनिया के दूसरे मुल्कों को पहले से ही था. फ्रांस के राष्ट्रपति ने खुद बेलारूस के राष्ट्रपति को फोन कॉल किया था और उनसे कहा था कि वो इस तरह रूस की मदद न करें. दरअसल, पहले ही ये खबर आई थी कि बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती को बेलारूस ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है, जिसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति ने फोन घुमाया था. अब ये बात स्पष्ट हो गई है कि बेलारूस हर मोर्चे पर रूस के साथ खड़ा नजर आ रहा है.