बीयर पीने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा, पीने के बाद वापस करनी होंगी बोतलें

जर्मनी में रेस्टोरेंट और किराने के कारोबार को प्रभावित किया है.

Update: 2022-06-20 14:18 GMT

रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनियाभर की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. इस युद्ध का असर कई देशों पर पड़ रहा है. ऐसे में तमाम देश अपनी दैनिक जरूरतों के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. जर्मनी तो इन दिनों कांच की कमी के चलते काफी दिक्कतों का सामना कर रहा है. कांच की कमी ने जर्मनी में रेस्टोरेंट और किराने के कारोबार को प्रभावित किया है.

आखिर क्यों आ रहीं ये दिक्कतें?

मार्केट प्रभावित होने की मुख्य वजह है ग्लोबल सप्लाई चेन. जरूरत की चीजें लोगों तक पहुंच ही नहीं पा रही हैं. यह ग्लोबल सप्लाई चेन खराब मौसम से लेकर कोविड महामारी, जियोपॉलिटिकल टेंशन और रिबाउंडिंग डिमांड आदि की वजह से प्रभावित हुई है.

जर्मनी में बीयर की कमी

इसी क्रम में देखा गया है जर्मनी में बोतलों की कमी है और इस वजह से बीयर पीने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल यह समस्या रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से उत्पन्न हुई है. जर्मनी में कांच की सप्लाई यूक्रेन करता था. लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद वहां के मार्केट पर खासा फर्क पड़ा है.


कंपनी ने वापस मांगी बीयर की बोतलें

अब जर्मनी की बीयर बनाने वाली कंपनियां अपने ग्राहकों से खाली बोतल वापस करने को कह रही हैं. कंपनियों का कहना है कि कांच की कमी के चलते नई बोतलों का उत्पादन नहीं हो पा रहा है. इस वजह से बीयर की नई खेप मार्केट में नहीं पहुंच पा रही है.

लोगों के दैनिक जीवन पर पड़ रहा असर

कांच की कमी के चलते सिर्फ बीयर या शराब बिक्रेता ही परेशान नहीं हैं, बल्कि सोडा और दैनिक जरूरतों वाली सभी कंपनियों पर इसका फर्क पड़ रहा है.



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