B'day: लंबे समय तक बनीं थी 'मिस इंग्लैंड', अब कर रही है डॉक्टर बनकर कर कोरोना मरीजों की देखभाल

साल 2019 में मिस इंग्लैंड बनी भारतीय मूल की 24 वर्षीय भाषा मुखर्जी अब एक और खिताब अपने नाम करने जा रही है।

Update: 2020-10-17 03:43 GMT

साल 2019 में मिस इंग्लैंड बनी भारतीय मूल की 24 वर्षीय भाषा मुखर्जी अब एक और खिताब अपने नाम करने जा रही है। मिस इंग्लैंड स्पर्धा के 92 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई मिस इंग्लैंड इतने लंबे वक्त इस ताज की शोभा बढ़ा रही हों। भाषा मुखर्जी 20 महीने तक इस ताज को पहने रखेंगी।

ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना वायरस के चलते अब अगली स्पर्धा अप्रैल 2021 में होगी। भाषा का कहना है कि कोरोना काल के समय मॉडलिंग छोड़ डॉक्टर के पेशे में वापस लौटने पर उन्हें काफी सुकून मिला। उन्होंने इस दौरान हर दिन लगातार 12 घंटे काम किया ताकि अपने देश के लोगों को पूरी तरह से स्वस्थ रखे सकें। 

भाषा का कहना है कि मानवता के कार्यों के लिए उन्हें मिस इंग्लैंड का खिताब मिला है। इसलिए जब दुनिया कोरोना जैसी भयानक बीमारी से जूझ रही है तो मैं कैसे खुद को इससे अलग कर सकती हूं। उन्होंने कहा कि देश की सेवा करने के लिए इससे अच्छा समय और कोई नहीं हो सकता। 

बॉस्टन के पिलग्रिम अस्पताल में सांस रोग विशेषज्ञ भाषा का कहना है कि जब संक्रमण का दौर बढ़ा तो मैं उस समय भारत में थी। उन्होंने कहा कि मैंने तभी तय कर लिया था कि अब देश को मेरी डॉक्टर के रूप में जरूरत है। भाषा ने बताया कि वो फिलहाल कोरोना मरीजों की देखभाल कर रही हैं।


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