पाकिस्तान में मीडिया सहित सोशल मीडिया पर लगा प्रतिबंध
प्राइवेट स्कूल भी अगले आदेश तक रहेंगे बंद
नई दिल्ली। पाकिस्तान में यूट्यूब, ट्विटर और फेसबुक ब्लॉक इंटरनेट मीडिया अपलोड प्रतिबंध लगा दिया गया है। वही दूसरी तरफ पाकिस्तान में हो रहा बवाल को देखते हुए वह की केंद्र सरकार ने सभी प्राइवेट स्कूल को अगले आदेश तक बंद कर दिया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया। लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे खान इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) की गिरफ्तारी से एक दिन पहले शक्तिशाली सेना ने उन पर खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई' के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का इल्जाम लगाया था। खान को गिरफ्तार किए जाने की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के विशाल मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया। हालांकि इस दौरान सैनिकों ने संयम बरता वहीं प्रदर्शनकारियों ने सेना के खिलाफ नारेबाजी की। लाहौर में, बड़ी संख्या में ‘पीटीआई' कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट व खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। हालांकि सेना के जवानों ने वहां उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सेना के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने छावनी इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के कारण लाहौर बाकी प्रांत से लगभग कट गया।
सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने कानून-व्यवस्था काबू करने के लिए रेंजरों को बुलाया और धारा 144 लगा दी, जिसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते। गृह विभाग के मुताबिक, दो दिन तक लोगों के एकत्र होने पर रोक रहेगी। पंजाब सरकार ने पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया। इसी तरह, मुल्तान, झंग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, हफीजाबाद और गुजरात शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं।