पाकिस्तान के विश्वविद्यालयों में बलूच- पश्तून छात्र कर रहे नस्ली भेदभाव का सामना
बलूच- पश्तून छात्र कर रहे नस्ली भेदभाव का सामना
नई दिल्ली, एजेंसी। बलूच और पश्तून छात्रों को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरात विश्वविद्यालय में प्रताडि़त किया जा रहा है। उनको नस्ली भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।बलूचिस्तान पोस्ट के मुताबिक, छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। पंजाब के दूसरे विश्वविद्यालयों में भी बलूच और पश्तून छात्रों को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों ने बताया कि सादे कपड़ों में अज्ञात लोग छात्रों को बुलाते हैं और उनके मोबाइल फोन, इंटरनेट मीडिया अकाउंट की जांच करते हैं और उनके परिवार के सदस्यों के बारे में सवाल पूछते हैं। इधर, दूसरी ओर प्रांत के पंजगुर और नोश्की में फ्रंटियर कोर मुख्यालय पर हुए दोहरे हमले के बाद से बलूचिस्तान में जबरन लापता करने मामलों में तेजी आई है। पाकिस्तानी बलों ने पिछले 10 दिन में बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों से 48 लोगों का अपहरण किया है।
छात्रों ने बताया कि यह प्रथा पंजाब प्रांत के अन्य विश्वविद्यालयों में प्रचलित है, जहां बलूच और पश्तून छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन और अन्य छात्रों द्वारा दैनिक आधार पर परेशान किया जाता है। इन विश्वविद्यालयों में छात्रों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, लेकिन फिर उनसे उनके दोस्तों और परिवारों के बारे में व्यक्तिगत सवाल पूछे जाते हैं। कुछ दिन पूर्व लाहौर की पंजाब यूनिवर्सिटी में बलूच छात्रों के हास्टल पर छापेमारी की गई थी और दो छात्रों को हिरासत में लिया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाया गया और उनकी स्थिति और ठिकाना अभी अज्ञात है।
गुजरात विश्वविद्यालय के बलूच छात्रों ने कहा कि उन्हें हाल ही में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया। जब वे इस संबंध में एक बार फिर कुलपति से मिलने गए, तो उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय परिसर के अंदर उन्हें कुछ नहीं होगा, लेकिन वे परिसर के गेट के बाहर उनकी सुरक्षा और भलाई की गारंटी नहीं दे सकते। छात्रों का कहना है कि कुलपति के इस तरह के जवाब के बाद वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
पेरिस में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन
एएनआइ के मुताबिक, पेरिस में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे पश्तून कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। पश्तून लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।