पेशावर | पाकिस्तान के सिंध प्रांत में शुक्रवार को सैकड़ों हथियारबंद लोगों ने धावा बोल दिया। सिंध के सुक्कुर गांव में हुए इस हमले में दो पुरुषों की हत्या कर दी गई और दो महिलाओं व एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया। ग्रामीणों ने उनकी सुरक्षा करने में पुलिस की असमर्थता पर हताशा और निराशा व्यक्त की है। ग्रामीणों ने कहा कि लगभग 400 हथियारबंद लोग कथित तौर पर चार पुलिस स्टेशनों और कई सुरक्षा चौकियों को चकमा देते हुए गुजरे। मालूम हो कि सिंध प्रांत में इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
पाकिस्तान एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा कि हमलावरों के पास आधुनिक हथियार थे। वे मोटरसाइकिलों पर सवार होकर सांगी पुलिस स्टेशन के पास से गुजरे थे और दिन के समय गांव की ओर कूच कर रहे थे। हमलावरों ने हमारे घरों पर हमला किया और हमारे घर के दो युवकों को मार डाला। हमलावरों ने दो महिलाओं और एक लड़की का भी अपहरण कर लिया, जिसमें कम से कम तीन अन्य लोग घायल हो गए। हम गरीब और असहाय लोग हैं। ऐसा लगता है कि हमारे जैसे लोगों को यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।
हमले के बाद पुलिस ने सिंधु नदी के किनारे काचा इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें अपहृत महिलाओं और लड़की को सफलतापूर्वक बचाने का दावा किया गया। हालांकि, सूत्रों बताया कि ऑपरेशन के दौरान कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, जिससे कानून प्रवर्तन पर सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि हमले के पीछे का मकसद एक दिन पहले की घटना से जुड़ा हुआ हो सकता है, जब गांव की एक लड़की पड़ोसी गांव के एक व्यक्ति के साथ भाग गई थी। एक ग्रामीण ने कहा कि हमने महार जनजाति को आश्वासन दिया था कि लड़की को तीन दिनों के भीतर वापस लाया जाएगा। इसी बीच, इस तरह के हमले ने स्थानीय निवासियों को खतरे में डाल दिया है और वे अब सिंध सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से इस हमले के लिए जिम्मेदार अपराधियों को तेजी से पकड़ने की मांग कर रहे हैं।