हमला हुआ: जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे का निधन, चीन के लोगों ने की ये घटिया हरकत
नई दिल्ली: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भाषण देने के दौरान गोली मार दी गई. नाजुक हालात में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. इस खबर से जहां एक तरफ पूरी दुनिया सदमे में है, वहीं चीन के कई लोग जश्न मना रहे हैं. कई चीनी सोशल मीडिया यूजर्स शिंजो पर हुए हमले को लेकर शर्मनाक कमेंट्स कर रहे हैं.
हमले के बाद से ही चीनी सोशल मीडिया पर लोग अपने 'दुश्मन' शिंजो आबे की मौत की कामना करने लगे. यूजर्स शिंजो की हालात का मजाक उड़ाते दिखे.
दरअसल, एक इलेक्शन कैंपेन के दौरान जापान के नारा शहर में शिंजो अबे भाषण दे रहे थे. इसे दौरान उन्हें एक हमलावर ने दो गोली मार दी. शिंजो वहीं गिर पड़े. हमले के बाद हमलावर भी पकड़ा गया.
इस घटना पर चीनी सोशल मीडिया Weibo और WeChat पर लोग शिंजो को लेकर बेहद घटिया कमेंट्स करने लगे. बहुत सारे यूजर्स घटना पर खुशियां मनाते दिखे.
बता दें कि चीन और जापान की आपसी दुश्मनी बहुत पुरानी है. वर्ल्ड वार के दौरान पहली बार दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ खड़े दिखे थे. हाल ही में साउथ चाइना सी को लेकर दोनों देशों के बीच कोल्ड वार शुरू हो गया था.
चीन के काफी लोग पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को पसंद नहीं करते हैं क्योंकि भारत और ताइवान से उनके करीबी संबंध हैं. यहां तक कि शिंजो को ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, इंडिया और जापान के संगठन QUAD के गठन में उनकी भागीदारी के लिए भी जाना जाता है.
चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग जापान के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ हैशटैग '#安倍无生命体征' चलाते दिखे. इसका मतलब 'आबे के जिंदा रहने के आसार नहीं है'. इसी हैशटैग का इस्तेमाल कर लोग शिंजो के खिलाफ बेहद अपमानजनक कमेंट्स करते दिखे.
कुछ यूजर्स कमेंट कर जापान के मौजूदा प्रधानमंत्री और कोरिया के प्रधानमंत्री की हत्या को लेकर भी पोस्ट करने लगे. वहीं कुछ यूजर्स पूर्व पीएम को गोली मारने वाले शख्स को बधाई और इनाम देने की बात करते दिखे. कुछ यूजर्स ने इस घटना के लिए जापान के अमेरिकीकरण को जिम्मेदार बताया है.
बता दें कि जापान में बंदूक लेना बहुत मुश्किल है और वहां बंदूकी हमले ना के बराबर होते हैं. शिंजो आबे के साथ उनकी सिक्योरिटी टीम भी थी. इसके बावजूद शूटर ने काफी करीब से जाकर आबे को गोली मार दी.
शिंजो आबे जापान में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री के पद पर रहे हैं. उन्होंने साल 2006 से 2007 तक और फिर 2012 से 2020 तक शासन किया.