चीन के शांक्सी में आई बाढ़, कम से कम 15 लोगों की मौत

बिजली की आपूर्ति को कम करने वाले कठिन उत्सर्जन लक्ष्यों के बीच चीन अब तक के सबसे बड़े बिजली संकट का सामना कर रहा है.

Update: 2021-10-12 08:47 GMT

चीन के शांक्सी प्रांत में इस समय भीषण बाढ़ आई हुई है, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है. जबकि तीन अन्य लोग लापता हैं. सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शांक्सी देश के बड़े कोयला उत्पादक क्षेत्रों (Coal Production Areas) में से एक है. सरकारी अखबर ग्लोबल टाइम्स ने मंगलवार को बताया कि बाढ़ आने से करीब 17.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 19,500 घर ढह गए हैं. जिसके कारण 120,000 लोगों को मजबूरन विस्थापित होना पड़ा है.

रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया है कि शांक्सी का कौन सा इलाका बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. ये प्रांत राजधानी बीजिंग के पश्चिम में स्थित है और लगभग 156,000 वर्ग किमी (60,000 वर्ग मील) को कवर करता है. रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि बाढ़ के कारण कम से कम 770 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है (Flood in Shanxi Province). चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि आपातकालीन स्थिति अब पहले से कम हो गई है. जिससे लगता है कि स्थिति स्थिर है. छोटी और मध्यम आकार की नदियों का जल स्तर चेतावनी के निशान से नीचे आ गया है.
बाढ़ से फसल का बड़ा हिस्सा नष्ट
चीन को इस साल बाढ़ के कारण काफी नुकसान झेलना पड़ा है. यहां अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश और बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है. जुलाई महीने में हेनान प्रांत में बाढ़ के कारण 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जिसके चलते सर्दियों में बिजली आपूर्ति को लेकर खतरा और बढ़ गया है (China Flood Affected Areas). स्थानीय कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार शांक्सी इवनिंग न्यूज ने एएफपी समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि अनुमानित 190,000 हेक्टेयर (470,000 एकड़) फसल भी नष्ट हो गई है. शांक्सी एक लैंड-लॉक्ड प्रांत है और यहां मौसम अक्सर सूखा ही रहता है. लेकिन इस बार बीते एक हफ्ते से लगातार तेज बारिश हो रही है.
60 कोयला खदानों में काम बंद
प्रांतीय सरकार ने कहा कि कोयला खदानों को बाढ़ से बचाव के उपाय करने और 'गंभीर खतरे की स्थिति में तुरंत सक्रिय' करने के लिए आपातकालीन योजनाएं बनाने का आदेश दिया गया है. स्थानीय सरकार के एक बयान के अनुसार, प्रांत में कम से कम 60 कोयला खदानों में बाढ़ के कारण काम करना बंद कर दिया गया है. वो भी ऐसे वक्त में जब देश बिजली संकट का सामना कर रहा है (Power Cut in China). बीजिंग ने हाल ही में कोयला खदानों को उत्पादन बढ़ाने और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कोई छूट नहीं देने का ऐलान किया था और कहा था कि इससे बिजली के दाम बढ़ेंगे. कोयले की रिकॉर्ड कीमतों, सरकार का बिजली की कीमतों पर नियंत्रण और बिजली की आपूर्ति को कम करने वाले कठिन उत्सर्जन लक्ष्यों के बीच चीन अब तक के सबसे बड़े बिजली संकट का सामना कर रहा है.


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