क्या स्पेस में भी हैं कई समुद्र? वैज्ञानिकों के इस दावे से चौंकी दुनियां
अंतरिक्ष में कई खगोलीय पिंडों पर पानी होने के दावे किए जाते रहे हैं।
अंतरिक्ष में कई खगोलीय पिंडों पर पानी होने के दावे किए जाते रहे हैं। इन दावों में कहा जाता है कि पथ्वी के अलावा दूसरे पिंड पर भी पानी मौजूद है। इन दावों की सच्चाई जानने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए नए रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सौर मंडल का 7वां ग्रह यूरेनस है। इसके दो सबसे बड़े चंद्रमा पर सतह के नीचे सुमद्र हो सकते हैं। एक रिसर्च में यह बातें कही गई हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने अपने खुलासे में कहा है कि दोनों चंद्रमा पर महासागर मौजूद हो सकता है अगर उनके आउटर शेल से गर्मी बाहर आती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में रिसर्च के लेखक फ्रांसिस निम्मो ने बड़ा दावा किया है और उन्होंने अपने दावे को पुख्ता बताया है। उनका कहना है कि वह शर्त के साथ कह सकते हैं कि इन पर समुद्र मौजूद हैं। यह कोई आश्चर्य नहीं है।
यूरेनस एक 50 हजार किमी बड़ा ग्रह है जिसे आइस जाइंट के तौर जानते हैं। इसका सबसे बड़ा चंद्रमा टाइटेनिया है जिसका व्यास करीब 1,576 किमी है, तो वहीं ओबेरॉन की बात की जाए, तो उसका व्यास करीब 1,522 किमी है। इन दोनों की सतह का औसत तापमान -200°C के करीब रहता है।
शोध में दावा किया गया है कि दोनों चंद्रमा अपने अंदर की गहराई में रेडियोधर्मी तत्व कुछ आंतरिक पानी को पिघलाकर जमा कर सकते हैं। ज्वारीय ताप से यूरेनस के कई छोटे चंद्रमाओं को अधिकतर आंतरिक गर्मी प्राप्त होती है। इनको टाइटेनिया और ओबेरॉन की तुलना में अधिक गर्मी मिलती है।
टाइटेनिया और ओबेरॉन और अधिक दूर स्थित चंद्रमाओं के सतह के नीच जमे बर्फ को ज्वारीय ताप पिघला नहीं सकता है, क्योंकि इसके लिए सिर्फ यह पर्याप्त नहीं है।
वैज्ञानिक 2030 के दशक में एक अंतरिक्ष जांच शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं जिसका नेतृत्व नासा कर रहा है। यूरेनस और उसके आसपास के ग्रहों और उपग्रहों की जांच की जाएगी।