ब्रह्मांड में मौजूद हैं परग्रही? जानें इन पांच वैज्ञानिकों का क्या है कहना
अंतरिक्ष बहुत बड़ा, ऐसे में एलियंस की मौजूदगी संभव
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन (Pentagon) की 'अनआइटेंटिफाइड एरियल फेनोमेना' (UFO) टास्क फोर्स की ओर से इस महीने के अंत में जारी की जाने वाली एक रिपोर्ट को लेकर तमाम तरह की अटकलें लग रही हैं. इस रिपोर्ट के 25 जून को सामने आने की उम्मीद है. इसमें इस बात की व्यापाक जानकारी हो सकती है कि अमेरिकी सरकार (US Government) UFO को लेकर क्या जानती है. हालांकि, रिपोर्ट के सार्वजनिक होने से पहले ही न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से इसे लेकर एक खबर प्रकाशित की. इसमें UFO को लेकर सनसनीखेज दावे किए गए हैं.
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन की रिपोर्ट में पिछले दो दशकों से UFO देखे जाने की 120 से अधिक घटनाओं और एलियंस (Aliens) के पृथ्वी पर आने की संभावना के बीच कोई स्पष्ट लिंक या संबंध में जानकारी नहीं दी गई है. अगर टाइम्स की रिपोर्ट को सही माना जाए तो आसमान में उड़ने वाले चीजों को एलियंस नहीं मान जाना चाहिए. लेकिन क्या सच में एलियंस नहीं है. और अगर वे हैं, तो क्या हम उन्हें कभी ढूंढ पाएंगे? ऐसे में पांच विशेषज्ञों से सवाल किया गया और उन्होंने ब्रह्मांड (Universe) में एलियंस की मौजूदगी को लेकर कुछ ये कहा…
अंतरिक्ष बहुत बड़ा, ऐसे में एलियंस की मौजूदगी संभव
दक्षिणी क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर जोंटी हार्नर (Jonti Horner) ने कहा कि मुझे लगता है कि इसका जवाब निश्चित रूप से हां होना चाहिए. लेकिन असली सवाल यह है कि एलियंस हमारे इतने करीब हैं कि हम उन्हें खोज पाएं? अंतरिक्ष अविश्वसनीय रूप से बड़ा है. पिछले कुछ दशकों में, हमने सीखा है कि ब्रह्मांड के लगभग हर तारे के ग्रह हैं. हमारी आकाशगंगा, मिल्की वे में 400 अरब तारे होने का अनुमान है. यदि उनमें से प्रत्येक के पास पांच ग्रह हैं, तो हमारे पास अकेले हमारी आकाशगंगा में दो खरब ग्रह होंगे. और हम जानते हैं कि आकाशगंगा में जितने ग्रह हैं, उससे कहीं अधिक आकाशगंगाएं ब्रह्मांड में हैं. हम यह तो मानते हैं कि एलियंस होते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इसके प्रमाण खोजना आश्चर्यजनक रूप से मुश्किल होगा.
बैक्टीरिया जैसा कुछ मिलना भी एलियंस माना जाएगा
कर्टिन यूनिवर्सिटी में रेडियो एस्ट्रोनोमी में जॉन कर्टिन के विशिष्ट प्रोफेसर स्टीवन टिंगे (Steven Tingay) ने कहा, इसका जवाब हां है, लेकिन यह एक साहसिक दावा है. तो, आइए स्पष्ट करें कि हम किस बारे में बात कर रहे हैं. एलियंस से हमारा मतलब हर उस तरह के जीवन से है जो हमारी पृथ्वी के अलावा किसी अन्य स्थान पर मौजूद है. वर्तमान में जीवन की परिभाषा पर कोई विस्तृत सहमति नहीं है. यह एक बहुत ही जटिल अवधारणा है. लेकिन अगर हमें पृथ्वी के अलावा कहीं और बैक्टीरिया जैसा कुछ मिला, तो मैं इसे परग्रही जीवन के रूप में वर्गीकृत करूंगा.
इंसान जल्द ढूंढ़ लेंगे एलियंस
ऑस्ट्रेलियाई परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी संगठन में वरिष्ठ उपकरण वैज्ञानिक हेलेन मेनार्ड-केसली ने कहा, मेरी राय है कि यह केवल कुछ समय की बात है जब हम कुछ ऐसा ढूंढ लेंगे जो पृथ्वी के अलावा कहीं और जीव विज्ञान जैसा दिखता हो. ऐसा इसलिए है क्योंकि हम अपने सौर मंडल में तेजी से विभिन्न संभावित क्षेत्र ढूंढ रहे हैं, जहां जीवन के पनपने की परिस्थितियां हो सकती हैं. उदाहरण के लिए, यूरोपा और गेनीमेड (बृहस्पति के बड़े चंद्रमाओं में से दो) के बर्फ के नीचे के महासागरों पर विचार करें: ये ऐसे स्थान हैं जहां तापमान ठीक है, पानी और खनिजों तक भी पहुंच है. हम चीजों को पृथ्वी पर जीवन की परिस्थितियों से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि निश्चित रूप से दूसरे ग्रहों पर जीवन हमारे अपने से बहुत अलग हो सकता है.
इसलिए मैं शनि के चंद्रमा टाइटन के और अन्वेषण को लेकर वास्तव में उत्साहित हूं. टाइटन की सतह पर दिलचस्प अणुओं की एक पूरी श्रृंखला है, साथ ही उनके परिवहन के लिए सक्रिय मौसम प्रणाली भी है – वह भी, हमारे सौर मंडल के भीतर. और हम जानते हैं कि हमारी आकाशगंगा के भीतर अन्य सौर मंडल भी हैं. इन बातों को ध्यान में रखते हुए, यह वास्तव में निश्चित लगता है कि हम कहीं न कहीं कुछ सक्रिय जीवन खोज पाएंगे.
सूक्ष्मजीवों के रूप में मौजूद होंगे एलियंस
स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की स्विनबर्न अंतरिक्ष कार्यालय परियोजना समन्वयक रेबेका एलन ने कहा कि हां एलियंस मौजूद हैं. लेकिन वे शायद हमारे जैसे नहीं दिखते. अकेले हमारी आकाशगंगा में 100 अरब से अधिक ग्रह मौजूद हैं (लगभग छह अरब संभावित रूप से पृथ्वी की तरह हैं). इसलिए, संभावना है कि जीवन कहीं और मौजूद है, लेकिन पुष्टि नहीं की गई है. हालांकि, जब हम एलियन शब्द सुनते हैं, तो आम तौर पर एक इंसान जैसी छवि दिमाग में आ जाती है.
उन्होंने कहा कि लेकिन पृथ्वी पर भी, जीवन का सबसे प्रमुख रूप बहुत पुराना, छोटा और अधिक लचीला है. मैं निश्चित रूप से सूक्ष्मजीवों के बारे में बात कर रहा हूं. ये ऐसी जगहों पर पर उत्पन्न होते हैं, जहां जीवन की कोई आशा नहीं होती, जैसे ज्वालामुखीय छिद्रों के आसपास कीचड़ में. ऐसे में मैं शर्त लगा सकता हूं कि एलियंस जीवन इस तरह के रूप में मौजूद है.
मानव द्वारा इकट्ठा किए गए डाटा के आधार पर एलियंस की मौजूदगी नहीं
UNSW के प्रोफेसर और हेड ऑफ स्कूल मार्टिन वैन-क्रैनेंडोंक ने कहा, इस प्रश्न का सरल उत्तर है नहीं. यदि हम विशुद्ध रूप से अनुभव के आधार पर इकट्ठा किए गए डाटा का उपयोग करते हैं और मानते हैं कि ये पृथ्वी के बाहर किसी भी प्रकार के जीवन को संदर्भित करता है, जो मानव गतिविधि से संबंधित नहीं है, तो उत्तर नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि लेकिन, निश्चित रूप से इस प्रश्न से संबंधित हमारा ज्ञान सीमित है. हमने जीवन के संकेतों के लिए ब्रह्मांड के हर कोने की जांच नहीं की है और हम यह भी नहीं जानते हैं कि किसी अन्य रासायनिक प्रणाली में जीवन क्या हो सकता है, क्योंकि यहां पृथ्वी पर भी कार्बन आधारित जीवन की कोई सहमत परिभाषा नहीं है.