जैक मा को चीन सरकार का एक और झटका, अलीबाबा क्लाउड पर लगा आरोप
कुछ समय पहले तक दुनिया के सबसे रईस लोगों में शुमार alibaba.com के जैक मा को चीन सरकार का झटका लगातार जारी है।
नई दिल्ली: कुछ समय पहले तक दुनिया के सबसे रईस लोगों में शुमार alibaba.com के जैक मा को चीन सरकार का झटका लगातार जारी है। वास्तव में चीन के सत्तारूढ़ दल के खिलाफ एक बयान से जैक मा की शामत आ गई है। जैक मा कुछ साल पहले तक दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी के साथ कई ऐसे कामकाज में जुटे थे जो उन्हें दिन रात अमीर बना रहे थे। एक बार सरकार की आलोचना करने के बाद उनके हर कारोबार को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है।
चीन की सरकार ने अब फैसला किया है कि अलीबाबा क्लाउड कंप्यूटिंग के साथ इनफॉरमेशन शेयरिंग पार्टनरशिप सस्पेंड किया जाए। अलीबाबा ग्रुप की सहयोगी इकाई अलीबाबा क्लाउड कंप्यूटिंग वास्तव में एक साइबर सिक्योरिटी के मसले पर तुरंत कार्रवाई करने से चूक गई थी। चीन के नियामक ने इस बारे में अलीबाबा से सवाल पूछा था।
अलीबाबा क्लाउड पर आरोप
चीन के सरकारी मीडिया के हवाले से दी गई खबर में बताया गया है कि चीन के टेलीकॉम रेगुलेटर ने अलीबाबा क्लाउड पर आरोप लगाया है कि उसने ओपन सोर्स लॉगिंग फ्रेमवर्क अपाचे log4j2 के मसले पर तुरंत कार्रवाई नहीं की। इस वजह से साइबर सिक्योरिटी की चिंता की वजह से सरकार अब अलिबाबा क्लाउड के साथ पार्टनरशिप सस्पेंड करना चाहती है। चीन की सरकार ने सरकारी कंपनियों से कहा है कि वह अलीबाबा और टेंसेंट जैसे प्राइवेट ऑपरेटर की जगह अपने डाटा को सरकार समर्थित क्लाउड सिस्टम पर अगले साल तक निश्चित रूप से ट्रांसफर कर लें।
जैक मा का शानदार करियर
जैक मा पिछले कुछ साल तक बिजनेस की दुनिया में एक चमकता सितारा था। दुनियाभर में जैक मा के नाम का डंका बजता था। यंगस्टर्स जैक मा की कंपनी में नौकरी के सपने देखा करते थे। यंग एंटरप्रेन्योर के लिए जैक मा प्रेरणादायक थे, लेकिन आज वह नाम गुम हो गया है। कुछ साल पहले तक जिस जैक मा पर चीन नाज करता था, आज चीन खुद उसके अस्तित्व को मिटाने में लगा हुआ है।
दुनिया भर में लोकप्रिय थे जैक मा
Apple, Amazon और Google को छोड़कर अकेले अलीबाबा की कीमत किसी भी अमेरिकी कंपनी से ज्यादा थी। जैक मा दुनिया भर में एक मशहूर हस्ती भी थे। जैक मा चीन के बाहर राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की तुलना में अधिक प्रसिद्ध थे। जेफ बेजोस (Jeff Bezos), एलन मस्क (Elon Musk) और बिल गेट्स (Bill gates) जैसे दिग्गज से पहले जैक मा का नाम आता था।
सरकार की आलोचना का असर
जनवरी 2020 तक एशिया के सबसे दौलतमंद अरबपति रहे जैक मा अब चीन सरकार की सख्ती झेल रहे हैं। पिछले साल के आखिर में जैक मा ने चीन सरकार की आलोचना की थी। इसके बाद से ही उनके समूह की कंपनियों के खिलाफ नियामकीय कार्रवाई शुरू कर दी गई। इसके बाद नवंबर 2020 में चीनी अधिकारियों ने जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO को निलंबित कर दिया था।
शी जिनफिंग पर टिप्पणी का असर
चीनी राष्ट्रपति पर की गई उनकी एक टिप्पणी उन पर इतनी भारी पड़ी कि सिर्फ 8 महीने में उनकी आधी से ज्यादा दौलत घट गई। इतना ही नहीं वे दौलतमंदों की सूची में भी लगातार फिसल रहे हैं। पहले Alibaba की वैल्यूएशन जहां 857 अरब डॉलर थी, वह जून में घटकर 588 अरब डॉलर रह गई थी। इसी वक्त Ant group का वैल्यूएशन 470 अरब डॉलर से घटकर महज 108 अरब डॉलर रह गया था। चीनी प्रशासन ने पिछले साल नवंबर में जैक मा के Ant ग्रुप के करीब 37 अरब डॉलर के आईपीओ पर रोक लगा दी, जिसके चलते जैक मा को काफी नुकसान हुआ था।