एयरफोर्स स्टेशन पर ब्लास्ट के बाद एक और हादसा टला, जम्मू पुलिस ने बरामद की 5 किलो IED

जम्मू पुलिस ने रविवार को एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम कर दिया

Update: 2021-06-27 12:42 GMT

जम्मू पुलिस ने रविवार को एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम कर दिया और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) द्वारा भीड़ वाले इलाके को निशाना बनाने के लिए तैयार IED को बरामद किया है. जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार तड़के हुए दो विस्फोट के बाद यह घटना सामने आई. एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारक्षेत्र वाले हिस्से में रविवार तड़के विस्फोटक से लदे दो ड्रोन गिरे जिससे धमाका हुआ, जिसमें एयरफोर्स के दो अधिकारी घायल हुए.

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "जम्मू एयरफील्ड में दोनों धमाकों में हुए ड्रोन का इस्तेमाल संदिग्ध रूप से वहां विस्फोटक पदार्थों को गिराने के लिए किया गया था. जम्मू पुलिस के द्वारा एक और 5-6 किलोग्राम की आईईडी बरामद की गई है. यह आईईडी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े व्यक्ति के पास से बरामद हुई है और किसी भीड़ वाले इलाके में लगाने की योजना थी."
पुलिस के मुताबिक, आईईडी का वजन 5-6 किलोग्राम था और संदिग्ध व्यक्ति को पकड़कर पूछताछ की जा रही है. इस आईईडी मामले में और भी संदिग्धों के गिरफ्तार होने की संभावना है. इसी तरह की एक और घटना में रविवार को पुलिस ने नरवाल इलाके से एक आतंकी को गिरफ्तार किया और उसके पास से 5 आईईडी बरामद की गई है.
दोनों ड्रोन के हवाई मार्ग का लगाया जा रहा है पता
डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारक्षेत्र वाले हिस्से में हुए दो ड्रोन धमाकों को आतंकवादी हमला करार दिया. उन्होंने बताया कि पुलिस, वायुसेना और अन्य एजेंसियां हमले की जांच कर रही हैं. बीती रात 1:40 मिनट पर विस्फोटकों से लदे दो ड्रोन गिरे, जिससे 6 मिनट के अंतराल पर दो धमाके हुए जिनमें वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गए.
जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरी घटना की जांच कर रही है और ड्रोन ब्लास्ट मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है. जम्मू एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच हवाई दूरी 14 किलोमीटर है. जांच में जुटे अधिकारी दोनों ड्रोन के हवाई मार्ग का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, दो अधिकारियों के घायल होने के अलावा कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की. वहीं भारतीय वायुसेना ने एक ट्वीट में कहा, "इनमें से एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ. किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ. असैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच की जा रही है."
वायुसेना और NIA सहित कई एजेंसियां जांच के लिए पहुंची
इसमें कहा गया कि एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं. इससे पहले, रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "जम्मू में वायुसेना स्टेशन में धमाके की खबर मिली है. इसमें कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो-सामान क्षतिग्रस्त हुआ है. जांच चल रही है और विस्तृत जानकारी का इंतजार है."
सूत्रों ने बताया कि हवाई क्षेत्र में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई. वायुसेना, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सहित विभिन्न एजेंसियों की जांच टीम भी वहां पहुंच गई हैं. जम्मू एयरपोर्ट एक असैन्य एयरपोर्ट है और एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) भारतीय वायुसेना के अधीन है.


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