एम्स्टर्डम स्थित रूसी ऑर्थोडोक्स चर्च ने मॉस्को से अलग होने की घोषणा की
लगभग 100 मिलियन रूस में ही हैं और कुछ विदेशों में भी मॉस्को के साथ जुड़े हुए हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Russia Ukraine War) जारी है. एक तरफ जहां रूसी सेना राजधानी कीव में घुसने की कोशिश कर रही है. वहीं, यूक्रेनी सेना भी डटकर मुकाबला कर रही है. हालांकि, इस बीच रूस पर दुनिया के विभिन्न देशों द्वारा प्रतिबंध लगाने का सिलसिला जारी है. इसी बीच एम्स्टर्डम स्थित रूसी 'ऑर्थोडोक्स चर्च' (Amsterdam Orthodox Church) ने यूक्रेन पर हमले के विरोध में मॉस्को से अलग होने की घोषणा की है.
रूसी ऑर्थोडोक्स चर्च को किया आवेदन
सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, चर्च के बयान में कहा गया है कि पादरियों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि उनके लिए मॉस्को के तहत कार्य करना और चर्च पर विश्वास करने वाले लोगों के लिए आध्यात्मिक रूप से सुरक्षित वातावरण प्रदान करना अब संभव नहीं है. ऐसे में यह फैसला लेना पड़ा. बयान में कहा गया कि यह निर्णय सभी के लिए बेहद कठिन है. उन्होंने हेग में रूसी ऑर्थोडोक्स चर्च (russia Orthodox Church) के आर्कबिशप एलिसी से, उन्हें बर्खास्त करने के लिए कहा था और कॉन्स्टेंटिनोपल ऑर्थोडॉक्स चर्च में शामिल होने के लिए आवेदन किया था.
ऑर्थोडोक्स चर्च पड़े अलग
रूसी पैट्रिआर्क किरिल ने यूक्रेन पर मॉस्को के हमले का समर्थन किया था. इसके बाद दुनिया भर में ऑर्थोडोक्स चर्च को अलग-थलग कर दिया है. इससे एक आंतरिक विद्रोह शुरू हो गया था. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी सहयोगी 75 वर्षीय किरिल युद्ध को पश्चिम के खिलाफ एक सुरक्षा कवच के रूप में देखते हैं. वह इसे एक धर्मयुद्ध मानते हैं.
रूसी पादरियों ने भी की निंदा
हमले पर आपत्ति करने वाली रूसी ऑर्थोडोक्स चर्च की एम्स्टर्डम शाखा (Amsterdam Orthodox Church) एकमात्र नहीं है. रूसी पादरियों एक समूह के लगभग 300 ऑर्थोडोक्स सदस्यों ने यूक्रेन में किए गए हमले की निंदा करते हुए एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे.
दुनिया में करीब 24 करोड़ ऑर्थोडोक्स ईसाई
वहीं, पश्चिमी यूरोप में रूसी परंपरा का पालन करने वाले 60 पैरिशों का नेतृत्व करने वाले पेरिस स्थित मेट्रोपॉलिटन जीन डी डौबेना ने एक खुले पत्र में यूक्रेन के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया. उन्होंने पैट्रिआर्क किरिल से 'रक्तपात' को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की भी अपील की. बता दें कि दुनिया में 260 मिलियन (करीब 24 करोड़) ऑर्थोडोक्स ईसाइयों में से, लगभग 100 मिलियन रूस में ही हैं और कुछ विदेशों में भी मॉस्को के साथ जुड़े हुए हैं.