पाकिस्तान में कोरोना वायरस की चौथी लहर के बीच लोग जमकर गाइडलाइन की धज्जियां, नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट के लिए मची होड़
शुक्रवार को देश में कोविड-19 की सकारात्मकता दर 7.79 प्रतिशत दर्ज की गई।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस की चौथी लहर के बीच लोग जमकर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। देश में नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (fake vaccination certificates) की खबरों की वजह से इमरान सरकार के हाथ पैर फूल गए हैं। पाकिस्तान में यात्रा करने के इच्छुक लोगों के अलावा सभी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए तत्काल टीकाकरण अनिवार्य कर दिया गया है।
कराची के सबसे बड़े टीकाकरण केंद्र में भी अराजकता की सूचना मिल रही है। एआरवाइ न्यूज के अनुसार, प्रांतीय सरकार द्वारा बिना टीकाकरण वाले नागरिकों के सिम कार्ड को ब्लॉक करने की घोषणा के बाद, शनिवार को कराची एक्सपो सेंटर के बाहर छात्रों, मजदूरों, वरिष्ठ नागरिकों सहित तमाम लोगों की कतार लग गई।
नकली प्रमाणपत्र रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि अगर लोगों को टीकाकरण के लिए लावारिस छोड़ दिया गया, तो कोविड -19 के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई को बेहद नुकसान पहुंच सकता है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर व्हिसलब्लोअर्स का हवाला देते हुए बताया, टीकाकरण के मूल्य के आधार पर प्रमुख सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण प्रमाणपत्र 2,000 रुपये से 10,000 रुपये के बीच खरीदे जा सकते हैं।
रिपोर्टों के मद्देनजर, अधिकारियों ने लाहौर और शाहदरा में चार से अधिक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। पाकिस्तान में देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिसके कारण इस्लामाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट लॉकडाउन लगाया गया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, कोरोना के अधिक मामलों वाले विभिन्न क्षेत्रों में निवासियों की आवाजाही 27 सड़कों पर प्रतिबंधित रहेगी।
नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) के अनुसार, पाकिस्तान ने कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी जारी है। देश के कुल पुष्ट मामलों की संख्या बढ़कर 1,029,811 हो गई है, जबकि वायरस की सकारात्मकता दर 8.46 प्रतिशत दर्ज की गई है। इस बीच, देश में सक्रिय कोरोना वायरस मामलों की संख्या 60,000 के आंकड़े को पार कर गई। शुक्रवार को देश में कोविड-19 की सकारात्मकता दर 7.79 प्रतिशत दर्ज की गई।