सत्ता परिवर्तन की आशंका के बीच पीटीआई के नेता का दावा, पीएम इमरान खान की हत्या की साजिश रची जा रही
पाकिस्तान में राजनीतिक संकट के बीच सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक नेता ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान की जान को खतरा है।
पाकिस्तान में राजनीतिक संकट के बीच सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक नेता ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान की जान को खतरा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीटीआई के वरिष्ठ नेता फैजल वावडा ने दावा किया है कि इमरान खान की जान खतरे हैं और उनकी हत्या के लिए साजिश रची जा रही है।
इमरान खान की कुर्सी पर इस समय बड़ा खतरा मंडरा रहा है। विपक्ष ने उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है। इमरान इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर दावा कर रहे हैं कि वह सरकार में बने रहेंगे। लेकिन, पाकिस्तान की संसद का मौजूदा गणित कुछ और ही इशारा करता है। उनके अधिकांश सहयोगी साथ उनका छोड़ चुके हैं।
इससे पहले मंगलवार को इमरान ने अपनी पार्टी के सांसदों से कहा था कि वह अविश्वास प्रस्ताव के दिन नेशनल असेंबली से अनुपस्थित रहें। इस अविश्वास पर अप्रैल के पहले सप्ताह में मतदान होने की संभावना है। साल 2018 में पाकिस्तान की सत्ता में काबिज होने के बाद इमरान खान को अपनी सबसे बड़ी राजनीतिक परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है।
उनके लिए संकट गहरा इसलिए भी है क्योंकि उनकी खुद की पार्टी में भी कलह की खबरें सामने आई हैं और सरकार बनाने में सहयोग देने वाले कुछ राजनीतिक दलों ने भी इमरान से किनारा कर लिया है। पीटीआई सांसदों को लिखे एक पत्र में इमरान खान ने कहा कि प्रस्ताव पर मतदान के दिन नेशनल असेंबली में बैठक से अनुपस्थित रहें।
अविश्वास प्रस्ताव से किसी प्रधानमंत्री की नहीं गई है सत्ता
बता दें कि पाकिस्तान के इतिहास में आज तक कोई भी प्रधानमंत्री अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल नहीं हुआ है। इमरान खान ऐसे तीसरे प्रधानमंत्री हैं जिसे अविश्वास प्रस्ताव रूपी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। देश के आंतरिक मामलों के मंत्री शेख राशिद ने कहा है कि नेशनल असेंबली में पीएम इमरान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर तीन अप्रैल को मतदान हो सकता है।
इमरान को पीएम बने रहने के लिए 172 सीटों की जरूरत
पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के पास केवल 155 सीटें हैं। इमरान खान को प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लिए 172 और उन्हें हटाने के लिए विपक्ष को 172 मतों की आवश्यकता है। दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने दावा किया है कि उनके पास इमरान खान की सरकार को हटाने के लिए आवश्यक नेशनल असेंबली के 172 सदस्यों का समर्थन है।