अमेरिका ने फिर से दोहराया- तालिबान को उसके शब्दों से नहीं बल्कि उनके कार्यों से आंका जाएगा
तालिबान को सिर्फ उसके शब्दों पर नहीं बल्कि कार्यों पर भी आंका जाएगा।' दोनों पक्षों के बीच किसी समझौते को लेकर कोई जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है।
अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद रविवार को पहली बार तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों की अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में अमेरिका ने फिर से दोहराया कि तालिबान को उसके शब्दों से नहीं बल्कि उनके कार्यों से आंका जाएगा।
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि कतर के दोहा में सप्ताहांत की वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने सुरक्षा और आतंकवाद की चिंताओं और अमेरिकी नागरिकों व अन्य विदेशी नागरिकों और अफगानों के साथ-साथ महिलाओं की सार्थक भागीदारी सहित मानवाधिकारों के लिए सुरक्षित मार्ग पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने अमेरिका की मजबूत मानवीय सहायता के प्रावधान सीधे अफगान लोगों को मिलने पर भी चर्चा की।
प्राइस ने एक बयान में कहा, 'अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत स्पष्ट और पेशेवर थी, जिसमें इस बात को फिर से दोहराया गया कि तालिबान को सिर्फ उसके शब्दों पर नहीं बल्कि कार्यों पर भी आंका जाएगा।' दोनों पक्षों के बीच किसी समझौते को लेकर कोई जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है।