साइंस का कमाल! आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन मां से सिर्फ डेढ़ साल छोटी बच्ची हुई पैदा, लोग हुए हैरान
साइंस किस स्तर पर तरक्की कर चुका है इसकी बानगी इसी बात से लगाई जा सकती है कि अमेरिका में एक बच्ची जब पैदा हुई तो तकनीकी तौर पर वो 27 साल की थी और वो अपनी मां से सिर्फ डेढ़ साल छोटी थी. दरअसल मॉली का भ्रूण अक्तूबर 1992 में फ्रीज किया गया था और फरवरी 2020 में गिब्सन परिवार ने इस भ्रूण का ट्रांसप्लांट टीना गिब्सन नाम की महिला में किया गया था जिसके बाद इस साल अक्तूबर में मॉली का जन्म हुआ.
टीना गिब्सन का जन्म साल 1991 में हुआ था और उनकी और बेंजामिन की शादी को 10 साल हो चुके हैं. टीना के पति सिस्टिक फायब्रोसिस के मरीज हैं. यह बीमारी बच्चा पैदा करने में बाधा डालती है. साल 2017 में टीना के पेरेंट्स ने एक लोकल न्यूज स्टेशन में नेशनल एंब्रायो डोनेशन सेंटर नाम के संस्था के बारे में पढ़ा था जो महिलाओं को भ्रूण गोद लेने में मदद करता था. पहले तो टीना ने इस आइडिए पर खास विचार नहीं किया लेकिन इसके बाद उन्होंने अपने पति के साथ इस संस्था में जाने का फैसला किया.
पेशे से टीचर टीना ने साल 2017 में अपनी पहली बेटी के भ्रूण को गोद लिया और नवंबर 2017 में वो पैदा हुई जिसका नाम एम्मा रखा गया. एम्मा का भ्रूण पिछले 24 सालों से फ्रीज कर रखा गया था. हालांकि साल 2020 में मॉली ने एम्मा के इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया क्योंकि उनका भ्रूण पिछले 27 सालों से फ्रीज कर रखा हुआ था. यूनिवर्सिटी ऑफ प्रेस्टन मेडिकल लाइब्रेरी के रिसर्चर्स के मुताबिक, ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
इस संस्था में आईवीएफ ट्रीटमेंट कराने वाले लोग अपने भ्रूण डोनेट कर सकते हैं और फिर उन्हें लंबे समय तक फ्रीज रखा जाता है. इसके बाद जो कपल बांझपन की समस्या से गुजर रहे हैं वे इन्हें गोद ले सकते हैं. टीना और बेंजामिन के दोनों बच्चे इसी प्रक्रिया से पैदा हुए हैं. एनईडीसी के आंकड़ों के मुताबिक, सिर्फ अमेरिका में ही इस वक्त 10 लाख से अधिक भ्रूण फ्रीज कर रखे हुए हैं.
नेशनल एंब्रायो डोनेशन सेंटर के लैब डायरेक्टर कैरोल सॉमरफेल्ट ने भ्रूण को गलाने की संवेदनशील प्रक्रिया के बारे में न्यूयॉर्क पोस्ट के साथ बात करते हुए कहा कि जब तक भ्रूण लिक्विड नाइट्रोजन स्टोरेज टैंक में -396 डिग्री तक ठीक ढंग से मेंटेन किए जाते हैं, तब तक वे कितने भी लंबे समय के लिए सुरक्षित रहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि ये देखना बेहद शानदार था कि एक भ्रूण जो कई सालों पहले फ्रीज किया गया था उसे एक बेहद प्यारे बच्चे के रूप में अपनाया गया है.