एलेक्सी नवालनी को मिला मानवाधिकार पुरस्कार उनकी बेटी ने रिसीव किया
रूस की जेल में बंद विपक्ष के नेता एलेक्सी नवालनी (Alexei Navalny) को मानवाधिकार पुरस्कार से नवाजा गया है.
रूस की जेल में बंद विपक्ष के नेता एलेक्सी नवालनी (Alexei Navalny) को मानवाधिकार पुरस्कार से नवाजा गया है. उनकी तरफ से ये पुरस्कार मंगलवार को उनकी बेटी ने लिया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का पुरजोर तरीके से विरोध करते रहे नवालनी को यह पुरस्कार उनके साहस के लिए दिया गया है. कैलिफोर्निया स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की 20 वर्षीय छात्रा डारिया नवलनाया ने कहा कि उनके पिता 'जिनेवा समिट फॉर ह्यूमन राइट्स' द्वारा साहस के लिए दिए गए पुरस्कार को रूस और बेलारूस में बंद सभी राजनीतिक कैदियों को समर्पित कर रहे हैं.
नवालनी को जर्मनी से रूस लौटने पर गत जनवरी में गिरफ्तार कर लिया गया था. वह नर्व एजेंट जहर के घातक हमले के बाद उपचार के लिए पांच महीने जर्मनी में रहे थे. उन्होंने हमले का आरोप रूसी प्रतिष्ठान क्रेमलिन पर लगाया है. हालांकि रूसी अधिकारियों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था. फरवरी महीने में गबन के आरोप में नवालनी को ढाई साल की कैद की सजा सुनाई गई थी. हाल ही में उन्होंने पीठ और पैरों में दर्द पर बेहतर इलाज नहीं मिलने का विरोध करते हुए भूख हड़ताल की थी. बाद में उनकी बेहतर इलाज की मांग को मान लिया गया था, जिसके बाद उन्होंने अप्रैल आखिर में हड़ताल खत्म कर दी थी.
बेटी से खत में क्या बोले नवालनी?
इस पुरस्कार के लिए नवालनी का चयन दो दर्जन से अधिक मानवाधिकार समूहों ने किया है. डारिया ने बताया कि उनके पिता ने पुरस्कार मिलने के बाद जेल से ही एक खत भेजा है (Alexei Navalny Got Human Rights Award). वह कहती हैं, 'अपने खत में मेरे पिता ने मुझसे कहा है कि ये पुरस्कार रूस और बालरूस की जेल में कैद हर एक कैदी को समर्पित करूं.' डारिया ने बताया कि उनके पिता ने उनसे कहा कि वह पहली बार सार्वजनिक तौर पर कुछ कहने जा रही हैं, तो कोई गड़बड़ी ना करें. साथ ही ये बताना ना भूलें कि उनके पिता को कितना गर्व महसूस हो रहा है.
ब्लॉगिंग करती हैं डारिया
डारिया ब्लॉगिंग करती हैं और अपने पिता के हक के लिए आवाज भी उठाती हैं. हालांकि वह सार्वजनिक तौर पर काफी कम ही सामने आती हैं (Alexei Navalny Daughter). इस कार्यक्रम की सह आयोजक और यूएन वॉच की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हिलेल नूलर का कहना है, 'नवालनी को उनके असाधारण साहस और रूसी लोगों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करने वाले पुतिन शासन के खिलाफ आवाज उठाने के लिए पुरस्कार दिया गया है.'