एलेक्सी नवालनी को रखा गया व्लादिमीर क्षेत्र में स्थित एक 'कॉन्सेंट्रेशन कैंप', विपक्षी नेता ने कहा- हर वक्त होती है...
नवालनी की गिरफ्तारी के विरोध में रूस में जमकर विरोध-प्रदर्शन हुए.
रूस (Russia) के विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी (Alexei Navalny) ने कहा है कि उन्हें व्लादिमीर क्षेत्र की एक जेल में रखा गया है. क्रेमलिन आलोचक (Kremlin critic) ने कहा है कि ये जेल एक 'कॉन्सेंट्रेशन कैंप' (Concentration camp) की तरह है. नवालनी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए इसकी जानकारी दी है. राजधानी मॉस्को (Moscow) के उत्तर-पूर्व में स्थित व्लादिमीर क्षेत्र के जेल की पहचान कैदियों पर कड़े नियंत्रण रखने वाली जेल के तौर पर होती है. बता दें कि नवालनी को दो साल से अधिक की सजा दी गई है.
वहीं, नवालनी की सटीक लोकेशन की जानकारी नहीं है. उनकी कानूनी टीम ने पिछले हफ्ते कहा था कि नवालनी को पास के कोल्चुगिनो जेल (Kolchugino jail) से स्थानांतरित कर दिया गया था. नवालनी को ये नहीं बताया गया था कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है. नवालनी ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा, मुझे स्वीकार करना होगा कि रूसी जेल प्रणाली मुझे आश्चर्यचकित करने में सक्षम है. नवालनी द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में देखा जा सकता है कि उनके सिर पर बाल नहीं है.
नवालनी ने बताया-कैसा है 'कॉन्सेंट्रेशन कैंप' के भीतर का हाल
एलेक्सी नवालनी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है, मुझे नहीं पता था कि मॉस्को से 100 किलोमीटर दूर एक वास्तविक 'कॉन्सेंट्रेशन कैंप' की व्यवस्था करना संभव है. नवालनी ने कहा कि वह व्लादिमीर के पोक्रोव शहर में पेनल कॉलोनी नंबर 2 में हैं. उन्होंने कहा, चारों तरफ वीडियो कैमरा लगाए गए हैं. हर किसी पर नजर रखी जा रही है और नियमों का थोड़ा उल्लंघन करने पर इसकी रिपोर्ट की जाती है. नवालनी की वकील ओल्गा मिखाइलोवा (Olga Mikhailova) ने पुष्टि की कि वह कॉलोनी में जाकर उनसे मिल पा रही हैं.
जेल में कैदियों के साथ आम लोगों की तरह नहीं होता बर्ताव
इस महीने की शुरुआत में व्लादिमीर की जेल में दो साल गुजारने वाले कार्यकर्ता कोंस्टेंटिन कोटोव ने बताया कि इस जेल में कैदियों के साथ आम लोगों की तरह व्यवहार नहीं किया जाता है. कोटोव को प्रदर्शन का नियम तोड़ने पर गिरफ्तार किया गया था. जनवरी की शुरुआत में क्रेमलिन के आलोचक नवालनी को जर्मनी से मॉस्को पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उन्हें दो साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई. वहीं, नवालनी की गिरफ्तारी के विरोध में रूस में जमकर विरोध-प्रदर्शन हुए.