मास्को न्यूज़: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी अलेक्जेंडर डुगिन की बेटी डारिया की बम धमाके में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, डारिया डुगिन मॉस्को में आयोजित एक म्यूजिक प्रोग्राम से घर वापस लौट रही थीं। इसी दौरान उनकी कार को ब्लास्ट कर उड़ा दिया गया। हालांकि, धमाका कैसे हुआ और इसके पीछे किसका हाथ है इस बात की फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि डारिया डुगिन के पिता अलेक्जेंडर डुगिन टार्गेट थे। उनकी हत्या की ही साजिश रची गई थी। क्योंकि इस कार में वे ही बैठने वाले थे। लेकिन, अचानक उन्होंने इसमें न बैठने का फैसला लिया। अलेक्जेंडर दूसरी गाड़ी में सवार थे। ये गाड़ी डारिया डुगिन की गाड़ी के ठीक पीछे चल रही थी। तभी धमाका हुआ। अलेक्जेंडर दुगिन को व्लादिमिर पुतिन का ब्रेन कहा जाता है। रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लैंड क्रूजर कार में जोरदार धमाका हुआ। चारों तरफ आग की लपटें उठने लगीं। कार में ब्लास्ट होने के बाद आसपास का यातायात एकदम रुक गया। मौके पर अफरातफरी मच गई। ब्लास्ट के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। कार के टुकड़े यहां-वहां बिखर गए।
ब्रिटेन ने लगाए थे प्रतिबंध: जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन ने रूस-यूक्रेन जंग को देखते हुए अलेक्जेंडर डुगिन की बेटी डारिया पर प्रतिबंध लगाए थे। 20 साल की डारिया लेखिका थीं। वे यूक्रेन पर हुए रूसी हमले के समर्थन में थीं। इसके सपोर्ट में उन्होंने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट भी किए थे। वहीं डारिया डुगिन के पिता अलेक्जेंडर डुगिन मशहूर रूसी राजनीतिक दार्शनिक और विश्लेषक हैं। अलेक्जेंडर डुगिन के बारे में कहा जाता है कि क्रीमिया और यूक्रेन युद्ध के पीछे उन्हीं का दिमाग था। साथ ही अक्सर पश्चिमी विश्लेषकों द्वारा अलैक्जेंडर को पुतिन केा ब्रेन कहकर संबोधित किया जाता था।