आतंकी हमलों के बाद...विपक्षी नेता मरीन ले पेन ने पाकिस्तानियों को लेकर कही ये बड़ी बात...

फ्रांस में अक्टूबर के महीने में हुए दो आतंकी हमलों के बाद देश में विपक्ष की नेता मरीन ले पेन |

Update: 2020-10-31 11:34 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| फ्रांस (France) में अक्टूबर के महीने में हुए दो आतंकी हमलों के बाद देश में विपक्ष की नेता मरीन ले पेन (Marine Le Pen) ने पाकिस्तान से आकर फ्रांस में आकर रहने वाले अप्रवासियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने ट्विटर पर कहा राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए बांग्लादेश और पाकिस्तान (Pakistan) के आव्रजन पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.

दरअसल उनकी यह मांग इन दोनों देशों में फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बाद फ्रांस के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद की गई है. हाल ही में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां के पैगंबर मुहम्मद के कैरिकेचर के अधिकार को लेकर किए गए बचाव के बाद फ्रांसियों की हत्याएं की गईं. जिसमें दो चाकू से हमले शामिल हैं.

इसलिए हो रहे हैं प्रदर्शन

इन हमलों में एक फांस के नीस के चर्च में घुसकर हमलावर ने 3 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, हालांकि हमलावर को पुलिस ने मार गिराया था. वहीं दूसरी ओर सऊदी शहर जेद्दा में फ्रांसीसी दूतावात में एक गार्ड पर भी हमला किया गया. आपको ये भी बता दें कि इमैनुएल मैंक्रों की बयान के चलते पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग बड़े स्तर पर प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं.

इमैनुएल मैक्रों के जलाए गए पुतले

फ्रांस और बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने इमैनुएल मैक्रों के पुतले जलाए. 16 अक्टूबर को पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पर स्कूल में चर्चा के बाद एक टीचर का सिर कलम कर दिया गया था. मैक्रों ने कहा था कि फ्रांस पैगंबर मुहम्मद के कार्टून छापना बंद नहीं करेगा. पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शनों के चलते मदरसों में मैक्रों के पुतलों का सिर कलम भी किया गया.

पैगंबर के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं

वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी मैक्रों से नाराज़ इस्लाम समुदाय को मानने वाले लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इस्लामाबाद में भी फ्रांसीसी दूतावास तक प्रदर्शन किया गया. कथित इस्लामोफोबिया को लेकर पाकिस्तान और तुर्की समेत कई इस्लामिक देश फ्रांस पर हमला करते रहे हैं. इस्लामिक नेताओं ने कहा कि मुसलमान अपने पैगंबर के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं कर सकते. इस बीच, पेन ने फ्रांसीसी विरोधी भावनाओं के खिलाफ समर्थन दिखाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया. मरीन ले पेन नेशनल रैली पॉलिटिकल पार्टी की अध्यक्ष हैं और अपने आव्रजन विरोधी विश्वासों के लिए जानी जाती हैं.

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