मोस्कवा युद्धपोत डूबने के बाद रूस ने अब स्वीकारा नुकसान, अब खुद कहा-1 नौसैनिक की हुई मौत, 27 लापता
कोई जनहानि नहीं हुई है। वहीं अमेरिका ने भी यूक्रेन के दावे का तब समर्थन किया था और रूस को झूठा बताया था।
रूस-यूक्रेन में युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है, लगभग दो महीने से चल रही ये लड़ाई में दोनों देशों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। रूसी सेना लगातार यूक्रेन के बड़े शहरों को अपना निशाना बना रही है तो दूसरी ओर यूक्रेन भी पुतिन के सैनिकों को मार कर पलटवार कर रहा है। इसी के मद्देनजर यूक्रेन ने कुछ दिन पहले ही काला सागर में मौजूद रूस के मोस्कवा (Moskva) युद्धपोत को नष्ट करने की बात कही थी और भारी नुकसान होने का दावा किया था। लेकिन रूस ने नुकसान के दावे को नकार दिया था। लेकिन बीते दिन रूस ने मोस्कवा डूबने के कारण एक नौसैनिक की मौत और 27 के लापता होने की बात स्वीकार ली है।
रूस ने नकारी यूक्रेनी हमले की बात
रूसी समाचार एजेंसियों के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात कहा कि 13 अप्रैल को आग लगने से मोस्कवा युद्धपोत डूबा था न कि यूक्रेनी हमले से। रूस ने कहा कि गोला-बारूद में विस्फोट के कारण यह क्षतिग्रस्त हुआ था और इसमें एक सैनिक की मौत हो गई है और चालक दल के अन्य 27 सदस्य लापता हैं। मंत्रालय ने हालांकि 396 सदस्यों को बचाने की बात कही है।
यूक्रेन ने मिसाइल दागने का किया था दावा
बता दें कि रूस के युद्धपोत डूबने के बाद यूक्रेन ने दावा किया था कि उसी ने अपनी मिसाइलों को दाग कर यह किया है। यूक्रेन के अनुसार काला सागर में उसने युद्धपोत पर दो 'नेप्च्यून' मिसाइलों से हमला किया था। वहीं रूस ने इस बात को सिरे से नकार दिया था और कहा था कि सैनिक सामानों में विस्फोट से यह हुआ था और कोई भी नुकसान नहीं हुआ है।
रूस ने तब दावा किया था कि उसने सभी को बचा लिया है और कोई जनहानि नहीं हुई है। वहीं अमेरिका ने भी यूक्रेन के दावे का तब समर्थन किया था और रूस को झूठा बताया था।