काबुल पर कब्जे के बाद से अफगानिस्तान के लोगों में विशेषकर लड़किया और महिलाएं काफी डरी, पढ़ें- एक युवती के दिल का दर्द
इसलिए वो सबसे किस्मत वाली और बदकिस्मत वाली लड़की हैं।
तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद से अफगानिस्तान के लोगों में विशेषकर लड़किया और महिलाएं काफी डरी हुई हैं। इनमें से एक साल्गी भी है। साल्गी ने पिछले सप्ताह ही यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस एग्जाम में टाप किया है। इसके लिए उसको तालिबान ने भी मुबारकबाद दी है। बावजूद इसके तालिबान के असली चेहरे से परिचित साल्गी उससे काफी डरी हुई है। साल्गी डाक्टर बनना चाहती है।
साल्गी की इस कामयाबी पर उसके माता-पिता काफी खुश हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ उन्हें इस बात का भी डर सता रहा है कि आगे क्या होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि तालिबान अपनी सरकार के गठन की कवायद कर रहा है। इससे पहले ही उसने महिलाओं के घर से बाहर काम करने पर पाबंदी लगा दी है। वहीं दूसरी तरफ सह शिक्षा पर भी तालिबान पाबंदी लगा चुका है। तालिबान साफ कर चुका है कि वो महिलाओं को केवल इस्लामिक नियम कानूनों के दायरे में रखते हुए ही छूट देगा।
साल्गी को ऐसे समय में ये खुशखबरी मिली है जब देश में तालिबान फिर से काबिज हो चुका है। उसको समझ नहीं आ रहा है कि वो इस कामयाबी पर खुश हो या फिर दुखी हो। वहीं उसके परिजन भी असमंजस की स्थिति में हैं। उसने इस पल के लिए महीनों तक कड़ी मेहनत की थी। कई बार वो इस कामयाबी को पाने के लिए खाना-पीना तक भूल चुकी थी। दिन रात एक कर उसने जो मुकाम हासिल किया है, उसको लेकर अब वो तय ही नहीं कर पा रही है कि वो आगे क्या करे।
साल्गी ने बताया कि जब उसके इस रिजल्ट के बारे में सभी ने टीवी पर सुना तो उसकी मां खुशी से रोने लगी। उसको भी लगा कि एक पल में उसको उसके जीवन की सारी खुशियां मिल गईं। लेकिन तालिबान का विचार मन में आते ही उसके चेहरे से ये खुशी गायब हो गई। उन्हें इस बात का भी डर है कि तालिबान की सरकार में लड़कियों को पांव में और बेडि़यां डाल दी जाएंगी। उनकी आजादी और उनकी खुशियां छीन ली जाएंगी। साल्गी मानती हैं कि इस स्थिति में उनका भविष्य पूरी तरह से अधर में है। आगे क्या होगा इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता है। इसलिए वो सबसे किस्मत वाली और बदकिस्मत वाली लड़की हैं।