यूक्रेन को हथियार देने के ऐलान के बाद अमेरिका पर भड़का रूस, रूस बोला- टकराव का खतरा बढ़ेगा

अमेरिका की ओर से युद्ध में यूक्रेन को एडवांस मिसाइल सिस्टम और अन्य हथियार देने के ऐलान पर रूस बौखला गया है. रूस ने बुधवार को कहा कि अमेरिका 'आग में घी डालने' का काम कर रहा है.

Update: 2022-06-02 01:03 GMT

अमेरिका की ओर से युद्ध में यूक्रेन को एडवांस मिसाइल सिस्टम और अन्य हथियार देने के ऐलान पर रूस बौखला गया है. रूस ने बुधवार को कहा कि अमेरिका 'आग में घी डालने' का काम कर रहा है. रूस के खिलाफ चल रहे युद्ध में अमेरिका की ओर से यूक्रेन को मदद की ये 11वीं किस्त होगी. अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका में बने हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम, जिसे HIMARS के नाम से जाना जाता है, को यूक्रेन पहुंचाया जाएगा.

रूस बोले- सीधे टकराव का खतरा बढ़ेगा

इसके बाद रूस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ऐसे हथियारों की खेप यूक्रेन भेजने से अमेरिका के सीधे रूस से टकराने का खतरा बढ़ेगा. रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी को बताया कि किसी भी हथियार की आपूर्ति जो चल रही है या फिर बढ़ रही है, वह खतरे को बढ़ाएगी.

अमेरिका ने किया हथियार देने का ऐलान

रयाबकोव मास्को और वॉशिंगटन के बीच सीधे टकराव की संभावना के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका जंग छेड़ने (मॉस्को के खिलाफ) के मूड में है ताकि लड़ाई में यूक्रेन बना रहे और वह इसे रूस की सामरिक हार बता सके. यह खतरनाक है. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने मंगलवार को ऐलान करते हुए कि वह यूक्रेन को अत्याधुनिक मध्यम दूरी की रॉकेट प्रणालियां भेजेगा.

यूक्रेनी नेता कर रहे मांग

यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में रूस की बढ़ती पकड़ को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे यूक्रेनी नेता लगातार इसकी मांग कर रहे हैं. प्रशासन के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन की सुरक्षा सहायता के लिए जारी की गई 70 करोड़ डॉलर की नई किस्त के तहत ये रॉकेट प्रणालियां दी जा रही हैं, इनमें हेलीकॉप्टर, जेवलिन टैंक रोधी हथियार प्रणाली, सामरिक वाहन, कलपुर्जे आदि शामिल हैं.

न्यूयॉर्क टाइम्स में मंगलवार को छपी खबर के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने यूक्रेन को एडवांस रॉकेट प्रणालियां उपलब्ध कराने का फैसला किया है ताकि वे युद्धक्षेत्र में प्रमुख लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधकर हमला कर सकें.


Tags:    

Similar News

-->