अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक प्रमुख काबुल से भागे, उनके सलाहकारों को दोषी ठहराया

जो पहले यू.एस. ट्रेजरी, विश्व बैंक और निजी इक्विटी में काम कर चुके थे।

Update: 2021-08-17 10:37 GMT

तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में काबिज हो जाने से देश के केंद्रीय बैंक के प्रमुख अजमल अहमदी काबुल से भाग गए हैं। अजमल अहमदी ने एक साथ 17 ट्ववीट कर अफगान सुरक्षा बलों की वफादारी पर सवाल उठाएं और अराजक पतन के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके अनुभवहीन सलाहकारों को दोषी ठहराया है।

अफगान के नेतृत्व से निराश हैं केंद्रीय बैंक के प्रमुख
सोमवार को उन्होंने 17 ट्वीट में विस्तार से बताया गया कि जब तक आतंकवादी शहर के द्वार पर थे, तब तक उन्होंने बैंक में कैसे काम किया। उन्होंने कहा कि रविवार की सुबर मैंने काम शुरू किया तब खबरें और भी चिंताजनक थी। उन्होंने यह भी कहा कि इसे इस तरह से समाप्त नहीं करना था। मैं अफगान नेतृत्व द्वारा किसी भी योजना से निराश हूं। हवाईअड्डे पर देखा कि वे दूसरों को सूचित किए बिना चले गए।
अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों का आत्मसमर्पण एक साजिश
अहमदी ने कहा, "विश्वास करना मुश्किल लगता है, लेकिन इस बात पर संदेह बना हुआ है कि अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों ने इतनी जल्दी पोस्ट क्यों छोड़ी दी। साथ ही उन्होंने सरकार समर्थक के कुछ नेताओं के दावों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तरी अफगानिस्तान में सेना की आत्मसमर्पण एक साजिश का परिणाम था।
अफगानी मुद्रा की कीमत तेजी से गिर गई
जैसे-जैसे तालिबान देश पर अपना अधिकार करता जा रहा था उसे देखकर अफगानी मुद्रा की कीमत तेजी से गिर गई, अहमदी ने कहा कि अफगानिस्तान के मुद्रा बाजार दहशत में थे, खासकर शुक्रवार को केंद्रीय बैंक द्वारा यह बताए जाने के बाद कि उसे कोई और डॉलर नहीं मिलेगा, जिससे अफगानिस्तान की मुद्रा, अफगानी की कीमत तेजी से कम हो गई। अहमदी ने अफगानी मुद्रा की कीमतों हो रहीं गिरावट को देखते हुए शनिवार को बैंकों और मनी एक्सचेंजर्स को शांत करने के लिए आश्वस्त करने के लिए बैठकें कीं। उन्होंने कहा कि मुद्रा 86 पर स्थिर होने से पहले, डॉलर के मुकाबले 100 तक गिर गई, लगभग 23 फीसदी की गिरावट हो गई थी।
राष्ट्रपति अशरफ गनी को मांफ नहीं किया जा सकता
अहमदी ने कहा कि राष्ट्रपति अशरफ गनी की योजना में कमी थीं और उनके सलाहकारों की कमियों को पहचानने में सरकार की नाकामी थी। राष्ट्रपति के देश छोड़ने की घोषणा होने के बाद, कुछ मिनटों के भीतर अराजकता का माहौल बन गया। मैं उन्हें ऐसे देश को छोड़ने की योजना के लिए माफ नहीं कर सकता।
अजमल अहमदी को एक साल पहले ही अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक का कार्यवाहक गवर्नर नियुक्त किया गया था, जो पहले यू.एस. ट्रेजरी, विश्व बैंक और निजी इक्विटी में काम कर चुके थे।


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