संयुक्त राष्ट्र के काफिले पर हमला से दहल उठा अफगानिस्तान, पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत
जिसके बाद इन हमलों के लिए भी उसे ही जिम्मेदार माना जा रहा है.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के काफिले पर हमला हो गया है, जिसमें पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है. ये हमला काबुल-जलालाबाद रोड (Kabul-Jalalabad Road) पर हुआ था. सुरक्षाकर्मियों की मौत यूएन के काफिले को बचाते समय हुई है. मृतक डायरेक्टोरेट ऑफ प्रोटेक्शन सर्विस (डीपीएस) के लिए काम करते थे. घटना की जानकारी स्थानीय मीडिया वेबसाइट ने दी है.
इस घटना की जानकारी अफगानिस्तान में स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) ने भी दी थी. UNAMA ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'राजधानी काबुल के सुरोबी जिले (Surobi District) में आज होने वाली घटना में अफगान डायरेक्टोरेट ऑफ प्रोटेक्शन सर्विस के पांच कर्मियों की मौत पर अफगानिस्तान में यूएन परिवार भी शोक में है. यूएन का कोई भी कर्मी घायल नहीं हुआ है और ना ही उनके किसी वाहन को क्षति पहुंची है. हमले से डीपीएस का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था, जो संयुक्त राष्ट्र के काफिले को बचा रहे थे.'
सुबह 10 बजे के करीब हुई घटना
अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप-विशेष प्रतिनिधि रामिज अलकबारोव ने सोशल मीडिया पर पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है (Attack on UN Convoy in Afghanistan). उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'अफगानिस्तान में हिंसा का अंत होना चाहिए.' सुरक्षा से जुड़े सूत्रों के अनुसार, ये घटना सुरोबी जिले के तांगी अब्रैशुम इलाके में गुरुवार सुबह 10 बजे के करीब हुई थी.
हेरात प्रांत में हुआ धमाका
महज एक दिन पहले ही अफगानिस्तान के हेरात प्रांत (Herat Province) में एक कार धमाका हुआ था. हमले में आठ लोगों की मौत हो गई और 47 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए. प्रांतीय अस्पताल के प्रवक्ता रफीक शेराजी ने कहा कि शुक्रवार देर रात हुए इस धमाके में 14 घर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, घायल लोगों में से कुछ की हालत गंभीर है, ऐसे में मृतकों की संख्या के बढ़ने की संभावना है.
मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल
हेरात प्रांत में हुए हमले को लेकर देश के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन (Tariq Arian) ने कहा था कि मरने वालों में एक और घायलो में 11 अफगान सुरक्षा बल के जवान थे, जबकि बाकी लोग आम नागरिक थे. हताहतों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं ली है. लेकिन हाल के दिनों में कई घटनाओं में चरमपंथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (Islamic State) का नाम सामने आया है. जिसके बाद इन हमलों के लिए भी उसे ही जिम्मेदार माना जा रहा है.