कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन की उपेक्षा करने पर पाकिस्तान सरकार की जमकर आलोचना की

गुलाम कश्मीर सरकार में कट्टरपंथी तत्वों की नियुक्ति की शिकायत की।

Update: 2022-01-10 13:31 GMT

पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के कई स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन की उपेक्षा करने पर पाकिस्तान सरकार की जमकर आलोचना की है। साथ ही कट्टरपंथियों और पाकिस्तानी सेना के बीच नजदीकियों का भी जमकर विरोध किया है। जस्ट अर्थ न्यूज के अनुसार कश्मीर कल्चरल अकादमी के महानिदेशक के तौर पर पाकिस्तान ने इरफान अशरफ को नियुक्त किया है। इरफान को गुलाम कश्मीर में चुनाव के दौरान खुले आम तालिबानी आतंकियों के साथ मिलकर और हथियार लेकर स्थानीय लोगों को धमकाते देखा गया था।

इमरान सरकार पर लगा स्थानीय प्रशासन को दबाने का आरोप
इरफान अशरफ के पोस्टरों में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के फोटो लगे थे जो पाकिस्तानी सेना और कट्टरपंथियों की नजदीकियों को जाहिर कर रहे थे। ऐसे ही एक अन्य मामले में पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के पूर्व साथी मजहर सईद को उलेमा और माशेख के लिए आरक्षित सीट पर इमरान खान की पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था। तब स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान और चीन के मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद मांगी थी।
गुलाम कश्मीर में नियक्त किए जा रहे कट्टरपंथी तत्व
एक रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक संभावनाओं की कमी और विकास कार्यो में भारी भ्रष्टाचार के चलते गुलाम कश्मीर में युवाओं का भविष्य अंधकारमय है। इस संबंध में युनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के सेंट्रल सेक्रेट्री और विदेश मामलों की समिति (ब्रूसेल्स व ईस्टर्न यूरोप) के डायरेक्टर ने यूरोपीय यूनियन के अध्यक्ष उर्सला वोन डेर लेयन को पत्र लिखा और गुलाम कश्मीर सरकार में कट्टरपंथी तत्वों की नियुक्ति की शिकायत की। 


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