कोविड मामलों की वजह से एक दिन में 890 मरीजों की मौत, फिर भी नहीं ले रहा है एक्शन अथॉरिटीज
रूस (Russia) में अक्टूबर में तीसरी बार मंगलवार को एक दिन में कोरोना वायरस के कारण रिकॉर्ड संख्या में मरीजों की मौत हुई.रविवार को 890 मरीजों की मौत हुई थी और उससे पहले शुक्रवार को 887 लोगों ने जान गंवाई थी. क्रेमलिन ने कहा कि यह स्थिति चिंता पैदा करती है लेकिन वह अब भी देशव्यापी लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- रूस (Russia) में अक्टूबर में तीसरी बार मंगलवार को एक दिन में कोरोना वायरस के कारण रिकॉर्ड संख्या में मरीजों की मौत हुई. एक दिन में संक्रमण के मामले फिर से 25,000 के पार चले गए हैं. संक्रमण (Infection) के मामलों में वृद्धि ऐसे समय में दर्ज की गयी है जब देश में टीकाकरण की दर कम है.
सरकार महामारी को फैलने से रोकने के लिए सख्त पाबंदियां लगाने से बच रही है. रूस के राष्ट्रीय कोरोना वायरस कार्य बल ने बताया कि मंगलवार को संक्रमण के 25,110 नए मामले आए और 895 मरीजों की मौत हुई. यह महामारी में एक दिन में मरने वाले लोगों की सबसे अधिक संख्या है. इस महीने संक्रमण से जान गंवाने वाले मरीजों की मौत के हर दिन रिकॉर्ड बन रहे हैं.
रविवार से जारी है मृतकों की संख्या में इजाफा
इससे पहले रविवार को 890 मरीजों की मौत हुई थी और उससे पहले शुक्रवार को 887 लोगों ने जान गंवाई थी. क्रेमलिन ने कहा कि यह स्थिति चिंता पैदा करती है लेकिन वह अब भी देशव्यापी लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रहा है. देश में कोविड-19 रोधी टीका 'स्पूतनिक वी' लगाया जा रहा है, देश के केवल 32.5 प्रतिशत लोगों को ही पहली खुराक दी गई है और 28 प्रतिशत लोगों को दोनों खुराक दी गई हैं.
पिछले हफ्ते भी रूस में कोविड-19 के केसेज ने नया रिकॉर्ड बनाया था. देश में डेल्टा वैरियंट जमकर कहर बरपा रहा है. साथ ही विशेषज्ञों की मानें तो कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए लोगों में खासी उत्सुकता नहीं है. लोग लापरवाह हो रहे हैं और इस वजह से देश में कोविड-19 की स्थिति भयावह होती जा रही है. अथॉरिटीज पर आरोप लग रहे हैं कि वो स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ पा रही हैं.
वायरस की मार झेलने वाला 5वां देश
रूस दुनिया का 5वां देश है जो कोरोना वायरस से खासा प्रभावित हुआ है. यहां पर 7 मिलियन से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 3 लाख 50 हजार से ज्यादा लोग अपनी जिंदगियां गंवा चुके हैं. राजधानी मॉस्को वायरस का सेंटर है और यहां लगातार केसेज बढ़ रहे हैं.
सरकार ने सितंबर माह तक 60 फीसदी आबादी को पूरी तरह से वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा था. मगर फ्री वैक्सीनेशन के बाद भी लक्ष्य हासिल हो पाएगा, इस बात की आशंका बहुत कम है. रूस ने दिसंबर तक फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा की है.
पिछले हफ्ते क्रेमलिन की तरफ से कहा गया था कि कुछ क्षेत्रों में संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए अलग-अलग तरीकों को अपनाया जा रहा है. स्पेशल अथॉरिटीज की मदद ली जा रही है. क्रेमलिन ने माना था कि देश में कोरोना वायरस की लहर जारी है और तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में तेजी से प्रतिक्रिया की जरूरत है.