पूर्व राष्ट्रपति पर चुनाव रिजल्ट पलटने का आरोप, अब दोषी भी ठहराए गए
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सोमवार को जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने उन पर चौथा आपराधिक आरोप लगाते हुए कहा था कि ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेट्स से मिली हार को पलटने का प्रयास किया था. जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने ट्रंप पर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अभियोग जारी किया था. फुल्टन काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी फानी विलिस के लगाए गए इन आरोपों के बाद 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन नामांकन की दौड़ में सबसे आगे चल रहे ट्रंप को अब कानूनी मुश्किलों के सामना करना पड़ सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फुल्टन काउंटी जिले के अटॉर्नी फानी विलिस ने सोमवार देर रात ट्रंप और उनके 18 सहयोगियों पर जॉर्जिया के रैकेटियरिंग विरोधी कानून का उल्लंघन के साथ-साथ साजिश रचने, झूठे बयान और एक सार्वजनिक अधिकारी को उनके पद की शपथ का उल्लंघन का आरोप लगाया है. विलिस ने सभी 19 आरोपियों के खिलाफ रीको कानून के तहत आरोप लगाया था. बता दें कि फानी विलिस पिछले दो साल से ट्रंप और उनके सहयोगियों के खिलाफ जांच कर रहे हैं. विलिस ने कहा था कि मैं सभी आरोपियों को 25 अगस्त 2023 की दोपहर तक का समय दे रहा हूं कि वे स्वेच्छा से आत्मसमर्पण कर दें.
98 पन्नों के विशाल अभियोग में कुल 19 आरोपियों और 41 आपराधिक मामलों को लिस्टेड किया गया है. सभी आरोपियों पर रैकेटियरिंग का आरोप लगाया गया था. यह आरोप संगठित अपराध समूह के सदस्यों पर लगता है जिसमें 20 साल तक की जेल की सजा दी जासकती है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों में ट्रंप के पूर्व व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज और वकील रूडी गिउलिआनी और जॉन ईस्टमैन शामिल हैं. ट्रंप के खिलाफ जारी किए गए अभियोग में कहा गया, 'ट्रंप और इस अभियोग में आरोपी बनाए गए अन्य आरोपियों ने चुनाव में हुई हार को अस्वीकार कर दिया. वो जानबूझकर चुनाव परिणाम को ट्रंप के पक्ष में गैरकानूनी रूप से बदलने की साजिश में शामिल हुए.'