अकादमी के प्रमुख जेएच बिनफोर्ड पीय तृतीय ने दिया इस्तीफा, फैसले के पीछे बताई ये बड़ी वजह
अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से एक अमेरिकी सैन्य अकादमी में लगातार नस्लवाद के मामले सामने आ रहे थे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से एक अमेरिकी सैन्य अकादमी में लगातार नस्लवाद के मामले सामने आ रहे थे. जिसके बाद वर्जीनिया के गवर्नर की ओर से अमेरिकी सैन्य अकादमी में प्रणालीगत नस्लवाद के आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं. जिसके बाद अकादमी के शीर्ष अधीक्षक जनरल जेएच बिनफोर्ड पीये तृतीय ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
दरअसल वर्जीनिया मिलिट्री इंस्टीट्यूट (VMI) की ओर से जारी किए गए एक पत्र में बताया गया है कि सेवानिवृत्त जनरल जेएच बिनफोर्ड पीये तृतीय ने कहा कि "डेमोक्रेटिक गवर्नर राल्फ नॉर्थम ने मेरे नेतृत्व में विश्वास खो दिया था और मेरा इस्तीफा वांछित था."
बता दें कि 80 साल के जेएच बिनफोर्ड पीये तृतीय 17 साल से देश के सबसे पुराने सैन्य विश्वविद्यालयों में से एक के प्रमुख थे. वहीं मई में पुलिस की गिरफ्तारी के दौरान अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से अमेरिकी सैन्य अकादमी में नस्लवाद पर एक बड़ी आंतरिक बहस को खोल दिया है. इस सैन्य अकादमी में अल्पसंख्यकों का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व किया जाता है.
वर्जीनिया मिलिट्री इंस्टीट्यूट के काले छात्रों और स्नातकों ने सोशल मीडिया घटनाओं पर अकादमी में हो रही घटनाओं को साझा किया. जहां स्कूल के अधिकारी कथित रूप से साथी कैडेटों से नस्लवादी अपमान के प्रति उदासीन थे, इसके साथ ही शिक्षकों भी नस्लवादी थे.