मोरक्को में एक वर्कर को किया गिरफ्तार, बीजिंग ने जारी किया था रेड नोटिस
अत्याचारों के सुबूत जुटाने में अन्य कार्यकर्ताओं की मदद की।
मोरक्को के प्राधिकारियों ने इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस के आधार पर निर्वासन में रह रहे एक उइगुर कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी चीन के अनुरोध पर की गई है। मोरक्को पुलिस और चीन द्वारा हिरासत में लिए लोगों पर नजर रखने वाले एक अधिकार समूह ने यह जानकारी दी है। कार्यकर्ताओं को डर है कि यिदिरेसी एशान को चीन प्रत्यर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है तथा चीन के अपनी सीमाओं के बाहर असंतुष्टों पर कार्रवाई करने के वृहद अभियान का हिस्सा है।
मोरक्को के राष्ट्रीय सुरक्षा महानिदेशालय ने कहा कि एक चीनी नागरिक को इस्तांबुल से 20 जुलाई को कासाब्लांका के एक हवाई अड्डे पर उतरने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। महानिदेशालय ने कहा कि इंटरपोल ने आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल एक संगठन से उसके जुड़े होने के संदेह में रेड नोटिस जारी कर रखा था।
रेड नोटिस का मतलब है कि इंटरपोल की सबसे ज्यादा वांछित संदिग्धों की सूची। उसने बताया कि इंटरपोल ने चीन के अनुरोध पर यह नोटिस जारी किया था जिसने कार्यकर्ता के प्रत्यर्पण की मांग की है। एशान के मित्र और सहकर्मी अब्दुवेली अयुप ने बताया कि कम्प्यूटर इंजीनियर और तीन बच्चों के पिता एशान (33) 2012 से तुर्की में रह रहा है जहां उसने एक वेब डिजाइनर और कार्यकर्ता के तौर पर काम किया। उसके पास वहां के निवास दस्तावेज भी हैं। एशान ने उइगुर समुदाय के आनलाइन अखबार पर भी काम किया और चीन के शिनजियांग प्रांत में अत्याचारों के सुबूत जुटाने में अन्य कार्यकर्ताओं की मदद की।