इस्लामिक सहयोग संगठन के मुख्यालय में अचानक सऊदी अरब और भारत के बिच बैठक, Pakistan को लेकर भी हुई बात
इशारे पर कई बार कश्मीर का मुद्दा उठा चुका है, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी.
सऊदी अरब में भारतीय राजनयिक डॉ. औसाफ सईद (Indian Envoy to Saudi Arabia Dr. Ausaf Sayeed) और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव डॉ. युसेफ अल-ओथैमीन (Dr. Yousef Al-Othaimeen) के बीच सोमवार को एक बैठक हुई. OIC के जेद्दा स्थित मुख्यालय में अचानक हुई इस बैठक को 'शिष्टाचार भेंट' कहा जा रहा है. इस बारे में इस्लामिक सहयोग संगठन ने एक विज्ञप्ति जारी करके जानकारी दी है.
Kashmir का हुआ जिक्र
OIC की विज्ञप्ति में बताया गया है कि बैठक के दौरान महासचिव डॉ. युसेफ अल-ओथैमीन (Dr. Yousef Al-Othaimeen) ने एक प्रतिनिधिमंडल कश्मीर (Kashmir) भेजने की इच्छा जताई. साथ ही उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) और भारत के बीच एक बैठक का आह्वान भी किया है. ओथैमीन ने यह भी कहा कि यदि दोनों देश अनुरोध करते हैं तो OIC हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है.
Drone Attack से बिगड़ी बात
OIC ने बैठक का आह्वान ऐसे समय किया है जब नई दिल्ली और इस्लामाबाद बैक-चैनल कूटनीति में लगे हुए हैं, लेकिन हाल ही में जम्मू में ड्रोन हमले और इस्लामाबाद में भारतीय मिशन की सुरक्षा में सेंध की घटनाओं ने उम्मीद की गाड़ी को पटरी से उतारने का काम किया है. गौरतलब है कि भारत और ओआईसी के बीच ऐसी आखिरी मुलाकात 2019 में हुई थी जब तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ओआईसी मीट में 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में आमंत्रित किया गया था.
India के साथ अच्छे नहीं हैं संबंध
OIC द्वारा तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को आमंत्रित किए जाने पर पाकिस्तान खुश नहीं था. दरअसल, इस्लामाबाद चाहता है कि इस्लामिक सहयोग संगठन में उसका दबदबा रहे, ऐसे में भारत से जुड़ी हर खबर उसे परेशान कर देती है. बता दें कि ओआईसी और भारत के संबंध खास अच्छे नहीं रहे हैं. क्योंकि OIC पाकिस्तान के इशारे पर कई बार कश्मीर का मुद्दा उठा चुका है, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी.