एक रोशनी ने बदली मछुआरे की किस्मत! समुद्र किनारे दिखी चमकती हुई चीज और फिर...
किस्मत हो तो ऐसी!
वेनेजुएला के कैरिबियन तट पर झोपड़ी में रहने वाले एक मछुआरे की किस्मत उस वक्त बदल गई जब वो सुबह शौचालय के लिए जा रहा था. सुबह की किरणें उसके लिए नई उम्मीद और जीवन को बदलने वाली साबित हुईं. मछुआरे, योलमैन लारेस ने समुद्र किनारे पर कुछ चमकते हुए देखा. जब उसने रेत में हाथ डालकर उस चमकने वाली चीज को बाहर निकाला तो असल में वो वर्जिन मैरी की छवि वाला स्वर्ण पदक था.
बस यह बात पूरे तट पर और मछुआरों के बीच जंगल की आग की तरह फैल गई और सभी ने सोना पाने के लिए वहां दौड़ लगा दी. गुआका गांव के ज्यादातर मछुआरे मछली पकड़ने और उसे पैक करने के यंत्रों के साथ तट पर रेत में सोना पाने की आस में खुदाई करने लगे. लोगों को लग रहा था फिर चमत्कार होगा और उन्हें भी सोना मिल जाएगा.
2000 की आबादी वाले इस गांव के अधिकांश निवासी इस उन्मादी खजाने की खोज में शामिल हो गए. वो पानी के हर इंच को खंगालने में जुट गए. मछली पकड़ने वाली नावों के सहारे वहां चारों ओर खुदाई कर रहे थे, यहां तक कि समुद्र तट पर अपने कुछ वर्ग फुट रेत की रक्षा करने के लिए वहीं सो रहे थे. उन्हें यह लग रहा था कि उनके रेत के हिस्से से कोई और ना सोना निकाल ले.
दर्जनों ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्हें कम से कम एक कीमती वस्तु मिली है जिसमें आमतौर पर सोने की अंगूठी शामिल है. अपुष्ट रिपोर्टों के मुताबिक कुछ लोगों ने अपने पाए स्वर्ण आभूषण को 1,500 डॉलर यानी करीब 1,10,607 रुपये में बेच दिया. कई लोगों के लिए यह अप्रत्याशित था. स्थानीय मछली संयंत्र में काम करने वाले Ciro Quijada ने कहा "यह ईश्वर हैं जो हमपर अपनी कृपा बरसा रहे हैं.
वहीं सबसे पहले सोना पाने वाले 25 साल के लारेस ने कहा, सोना देखकर मैं हिलने लगा था, मैं खुशी से रोया. "यह पहली बार था जब मेरे साथ कुछ खास हुआ था. घर पर लारेस ने अपने ससुर को इसकी जानकारी दी जिसके बाद यह तेजी से फैल गया, और जल्द ही गांव के 2000 निवासी एक उन्मादी खजाने की खोज में शामिल हो गए. वो पानी और रेत के हर इंच को खंगाल रहे हैं.