विदेश में मुस्लिम समझकर हिंदू व्यक्ति को दफनाया गया, अब अंतिम संस्कार के लिए अवशेषों को भारत लाने की तैयारी

भारत सरकार (Indian Government) ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) को इसकी जानकारी दी .

Update: 2021-04-15 14:07 GMT

सऊदी अरब (Saudi Arabia) में एक भारतीय हिंदू व्यक्ति (Hindu man) को मुस्लिम (Muslim) समझकर उसे इस्लामिक रीति-रिवाजों के तहत दफन (Buried) कर दिया गया था. लेकिन अब सऊदी सरकार ने उस कब्र की पहचान कर ली है और मृतक के अवशेषों को भारत भेजने पर विचार कर रही है. भारत सरकार (Indian Government) ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) को इसकी जानकारी दी .


विदेश मंत्रालय (MEA) ने कोर्ट को बताया कि जेद्दाह में भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian consulate) ने मृतक के अवशेष वापस लाने के लिए सऊदी अदालत में कानूनी कार्यवाही शुरू की है. दरअसल, मृतक की पत्नी ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी और अपने पति के अवशेषों को भारत लाने की मांग की थी, ताकि यहां उनका अंतिम संस्कार किया जा सके. गुरुवार को हाईकोर्ट में जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने इस याचिका पर सुनवाई की.

अवशेषों को वापस लाने के लिए उठाए गए हैं सभी जरूरी कदम: सरकार
महिला ने मार्च में इस याचिका को दायर किया था. इस याचिका में विदेश मंत्रालय से मांग की गई कि वे अवशेषों को एक निर्धारित समय के भीतर भारत वापस लेकर आए. गुरुवार को केंद्र सरकार के स्थायी वकील रिपुदमन सिंह भारद्वाज ने विदेश मंत्रालय का प्रतिनिधित्व करते हुए कोर्ट को बताया कि उन्होंने सभी जरूरी कदम उठाए हैं, जिनके जरिए मृतक के अवशेषों को भारत लाया जा सके. कोर्ट ने मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख किया और सरकार को सहायता देने के लिए ऐसे मामलों में अनुभव रखने वाले एक विशेष व्यक्ति को नियुक्त किया.

दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौत
51 वर्षीय संजीव कुमार की 24 जनवरी को सऊदी अरब में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. संजीव सऊदी अरब में ही काम किया करते थे. निधन के बाद उनके शव को वहीं पर एक अस्पताल में रखा गया. वहीं, 18 फरवरी को उनकी पत्नी अंजू शर्मा को बताया गया कि उनके पति को सऊदी अरब में ही दफना दिया गया है. ये सुनकर परिवार हैरान रह गया और तभी से पूरा परिवार उनके अवशेषों को भारत लाने की मांग कर रहा है.

दूतावास के अनुवादक की गलती से मृतक को किया गया दफन
हाईकोर्ट में दायर याचिका में अंजू शर्मा ने बताया है कि भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने उनसे कहा कि जेद्दाह स्थित दूतावास के आधिकारिक अनुवादक द्वारा की गई गलती की वजह से उनके पति को दफनाया गया. दरअसल, अनुवादक ने गलती से संजीव कुमार को मृत्यु प्रमाणपत्र पर 'मुस्लिम' बता दिया. दूतावास ने याचिकाकर्ता के साथ जेद्दाह में भारतीय वाणिज्य दूतावास की आधिकारिक अनुवाद एजेंसी द्वारा प्रस्तुत एक माफी का एक पत्र भी साझा किया.


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