एक बच्चा 12 सेंटीमीटर लंबी पूंछ के साथ हुआ पैदा, वैज्ञानिक बोले- यह करोड़ों में भी दुर्लभ

इंसानों ने आज से 2 करोड़ साल पहले अपने पूर्वजों यानी बंदरों से मिली पूंछ को खो दिया था।

Update: 2021-11-06 03:10 GMT

लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में एक बच्चा 12 सेंटीमीटर लंबी पूंछ के साथ जन्मा है। इस बच्चे की पूंछ के अंतिम हिस्सा किसी क्रिकेट बॉल की तरह गोल था। बच्चे का जन्म करवाने वाले डॉक्टरों ने बताया कि मानव पूंछ के साथ पैदा होना अत्यंत दुर्लभ घटना है। ऐसा करोड़ो में किसी एक बच्चे के साथ ही होता है। इस बच्चे के जन्म से जुड़ी जानकारी और तस्वीरें एक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित की गई हैं।

फोर्टालेजा शहर में हुआ था बच्चे का जन्म
इस बच्चे का जन्म ब्राजील के उत्तर पूर्व में स्थित तटीय शहर फोर्टालेजा के अल्बर्ट सबिन चिल्ड्रन हॉस्पिटल में हुआ था। यह घटना जनवरी 2021 की बताई जा रही है। यह बच्चा समय से पहले ही लगभग 35 हफ्ते के गर्भ के बाद पैदा हुआ था। अल्ट्रासाउंड स्कैन के बाद बच्चे के नर्वस सिस्टम से पूंछ से जुड़े होने के कोई सबूत नहीं मिले थे। जर्नल ऑफ पीडियाट्रिक सर्जरी केस रिपोर्ट्स में बताया गया कि ऑपरेशन के दौरान बच्चे को कोई तकलीफ नहीं हुई।
पूंछ को ऑपरेशन कर शरीर से अलग किया गया
बच्चे के पैदा होने के बाद उसकी अजीब शारीरिक बनावट को देखते हुए डॉक्टरों की एक टीम ने ऑपरेशन कर उस पूंछ को सफलतापूर्वक निकाल दिया। डॉक्टरों ने बताया कि गर्भधारण के चार से आठ सप्ताह के बीच सभी बच्चे के भ्रूण में एक पूंछ विकसित होती है, लेकिन बाद में वह सामान्य रूप से शरीर में समा जाती है। लेकिन, अत्यंत दुर्लभ मामलों में, ऐसा नहीं होता है और पूंछ बढ़ती रह सकती है।
जन्म के समय 12 सेमी लंबी थी पूंछ
जब यह बच्चा पैदा हुआ तबतक इस बच्चे की पूंछ 12 सेंटीमीटर तक बढ़ चुकी थी। इस पूंछ के आखिरी हिस्से में चार सेंटीमीटर व्यास की एक गेंद भी बनी हुई थी। इस बच्चे की जांच करने वाले डॉक्टरों ने नोट किया कि पूंछ में कॉर्टिलेज और हड्डी का कोई हिस्सा नहीं पाया गया। इसका अर्थ यह है कि इस बच्चे में सच्ची मानव पूंछ दिखाई दी है, जिसे अत्यंत दुर्लभ घटना माना जाता है।
मेडिकल साइंस में अबतक कुल 40 ही मामले
मेडिकल साइंस के इतिहास में अभी तक बिना हड्डी के वास्तविक पूंछ के साथ जन्म लेने के कुल 40 मामले ही दर्ज हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पूंछ को हटाने का क्या कारण था। क्या बच्चा इस पूंछ के कारण दर्द और परेशानी का सामना कर रहा था या फिर उसके परिवार के लोगों ने इस ऑपरेशन के लिए अनुरोध किया था। बताया जाता है कि इंसानों ने आज से 2 करोड़ साल पहले अपने पूर्वजों यानी बंदरों से मिली पूंछ को खो दिया था।

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