92 साल की दादी ने तय किए अंतिम संस्कार के नियम, 'मेरी मौत पर कम रोना और दारू ज्यादा पीना'
यानी रोना कम और पीना ज्यादा को लेकर की गई उनकी पोस्ट अब वायरल है.
अपनी शादी और जिंदगी को लेकर सबकी अपनी-अपनी ख्वाहिशें होती हैं. यहां तक कि मौत की सजा पाए लोगों से भी उनकी आखिरी ख्वाहिश पूछी जाती है. बहुत से लोग इस कंसेप्ट को ध्यान में रखते हुए अपने अंतिम संस्कार को लेकर पहले से योजनाएं बना लेते हैं. भारत समेत विदेशों में भी ये चलन बढ़ा है. दरअसल पहले लोग अपनी मौत से पहले सिर्फ वसीयत छोड़ जाते थे लेकिन अब तो लोग जीते जी अपने आखिरी सफर की तैयारी कर लेते हैं.
92 साल की दादी की अजीब ख्वाहिश
मौत एक न एक दिन सबको आनी है. इसके बावजूद बहुत से लोग मौत से डरते हैं. इसलिए वो आमतौर पर अपने मरने की बात नहीं करना चाहते. वहीं कुछ लोग मौत से जरा भी नहीं डरते. कुछ ऐसी ही जाबांजी अमेरिका की रहने वाली एक दादी लिलियान ड्रोनियक (Lillian Droniak) ने दिखाई है. दरअसल अपनी मौत और अंतिम संस्कार को लेकर कुछ नियम उन्होंने पहले से बना दिए हैं जिनका पालन उनके घरवालों और दोस्तों को करना होगा.
ये रहे वो 3 अजीबोगरीब नियम
डेली मेल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक 92 साल की लिलियान ड्रोनियक (Lillian Droniak) ने 3 अहम नियम बताए हैं, जिनका पालन वो अपने अंतिम संस्कार के दौरान चाहती हैं. इसमें पहला नियम ये है कि लोग आकर उनकी मौत पर दुखी हों और रोएं भी लेकिन वो रोना-धोना इतना ज्यादा नहीं होना चाहिए कि वो मूर्ख नजर आएं. दूसरे नियम के तौर पर उन्होंने बर्था नाम की एक महिला का नाम लिया है और कहा है कि उसे अंतिम संस्कार में न बुलाया जाए. वहीं तीसरे नियम के तौर पर उन्होंने कहा है कि उनके अंतिम संस्कार में लोगों को जाकर ड्रिंक करना है. बस इन्हीं ख्वाहिशों यानी रोना कम और पीना ज्यादा को लेकर की गई उनकी पोस्ट अब वायरल है.