83 साल की उम्र में बुजुर्ग ने किया कारनामा, अकेले प्रशांत महासागर की पूरी की यात्रा

इंसान के अंदर अगर हौसला हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है. सिर्फ हौसले के दम पर ही इंसान हारी हुई बाजी भी जीत सकता है. दुनिया में कई ऐसे लोग मौजूद है जिन्होंने हौसला रखकर मुश्किल से मुश्किल मुकाम भी हासिल किया है.

Update: 2022-06-05 01:14 GMT

इंसान के अंदर अगर हौसला हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है. सिर्फ हौसले के दम पर ही इंसान हारी हुई बाजी भी जीत सकता है. दुनिया में कई ऐसे लोग मौजूद है जिन्होंने हौसला रखकर मुश्किल से मुश्किल मुकाम भी हासिल किया है. अब एक जापान के शख्स ने 83 साल की उम्र में प्रशांत महासागर में अकेले यात्रा की है. इसके साथ ही उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना दिया है.

बिना रुके यात्रा

जापान का 83 वर्षीय व्यक्ति प्रशांत महासागर में अकेले और बिना रुके यात्रा पूरी करने के बाद शनिवार को घर लौट आया और यह मील का पत्थर हासिल करने वाला सबसे वृद्ध व्यक्ति बन गया. केनिची होरी 69 दिन पहले मार्च में सैन फ्रांसिस्को में नौका बंदरगाह से प्रशांत महासागर यात्रा के लिये रवाना हुए थे और शनिवार को पश्चिमी जापान के की जलडमरूमध्य पहुंच गए.

नई उपलब्धि

यह होरी की नई उपलब्धि है. इससे पहले वह वर्ष 1962 में जापान से सैन फ्रांसिस्को के बीच प्रशांत क्षेत्र में अकेले और बिना रुके यात्रा पूरी करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बने थे. 60 साल बाद अब वह सैन फ्रांसिस्को से वापस जापान की यात्रा पर निकले थे. शनिवार तड़के जापान पहुंचने के बाद उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा, 'मैंने समापन रेखा पार कर ली. मैं थका हुआ हूं.'

संघर्ष भी करना पड़ा

हालांकि ऐसा नहीं है कि उन्होंने बिना किसी संघर्ष के यह उपलब्धि हासिल कर ली हो. यात्रा के दौरान उन्हें तीन दिन तक जोरदार लहरों के साथ संघर्ष करना पड़ा. प्रायोजकों के अनुसार होरी यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए हैं.


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