81 साल बाद फटा 'दूसरे विश्व युद्ध' का महाविनाशक बम, धमाके की आवाज से थर्रा गया पूरा शहर, देखें Video
सुरक्षा के मामले में कोविड-19 सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों में छूट मौजूद ह
दुनिया में आज भी दूसरे विश्व युद्ध (Second World War) को उसकी भयावयता के लिए याद किया जाता है. इस दौरान दो गुटों ने एक दूसरे के कब्जे वाले स्थानों पर महाविनाशक बमों से हमला किया था. अब इंग्लैंड (England) के एक्सेटर शहर (Exeter City) से भी हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां करीब आठ दशक बाद दूसरे विश्व युद्ध का एक बम (Second World War Bomb) फटा है. जब इस बम के बारे में पता चला तो एक्सेटर से 2600 लोगों को पहले बाहर निकाला गया.
इसके बाद बम को डिफ्यूज करने की कोशिश की गई. फिर रिमोट कंट्रोल (Remote Control) की मदद से बम को उड़ाया गया. जिससे पूरा आसमान धुएं से ढंक गया और ये नजारा देखने वाले लोग डर के कारण थर्राने लगे. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि ये महाविनाशक बम कितना खतरनाक था. लोग इस बम को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा कर रहे हैं. इस बम में धमाका शाम के 6 बजे के बाद किया गया था. धमाके की आवाजें कई मील दूर तक सुनाई दी थीं.
पूरा शहर खाली कराया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रॉयल नेवी की बम डिस्पोजल टीमों (Royal Navy Bomb Disposal Teams) को शुक्रवार सुबह 9 बजे एक्सेटर विश्वविद्यालय के पास ग्लेनथ्रोन रोड पर भेजा गया था. टीम को एक इमारत के पास विश्व युद्ध के समय के दो डिवाइस मिले थे, जिनमें विस्फोट नहीं हुआ था. इसके लिए शनिवार को पूरी रात डिस्पोजल ऑपरेशन चलाया गया. इसके बाद फिर पूरे शहर को खाली कराया गया, ताकि डिवाइस की जांच की जा सके और उसे सुरक्षित इस स्थान से दूसरी जगह ले जाया जा सके.
सड़कों को बंद किया गया
पुलिस ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 400 मीटर का घेरा बनाया और आसपास की सड़कों को बंद कर दिया. एक बयान में कहा गया है, 'पुलिस को उम्मीद थी कि ये काम एक दिन में पूरा हो जाएगा लेकिन फिर डिस्पोजल टीम्स ने इसपर काम किया.' लोगों से भी कहा गया कि वह आश्वस्त रहें कि सेना, पुलिस और बाकी सभी पार्टनर उनकी सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं. पुलिस ने ये भी कहा कि लोगों की सुरक्षा के मामले में कोविड-19 सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों में छूट मौजूद ह