आदीस अबाबा (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने कहा है कि हिंसा प्रभावित सूडान से करीब 70 हजार लोग इथियोपिया की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आईओएम ने अपनी नवीनतम स्थिति अपडेट में कहा कि सूडान में चल रहे सशस्त्र संघर्ष ने सैकड़ों-हजारों लोगों को पड़ोसी देशों में भागने के लिए मजबूर किया है।
संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि 23 जुलाई तक, 69,000 से अधिक लोग पूर्वी अफ्रीकी देश के अमहारा, बेनिशांगुल गुम्ज़ और गैम्बेला क्षेत्रों में कई सीमा पार बिंदुओं के माध्यम से इथियोपिया पहुंचे हैं।
आईओएम ने कहा कि वहां से आगे के परिवहन की व्यवस्था एक प्रमुख जरूरत तथा कमियों में से एक है। भारी बारिश के कारण स्थिति और बुरी हो गई है। सहायता कर्मियों के लिए समय पर सहायता प्रदान करने के लिए स्थितियां और इलाके बेहद चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
इथियोपिया में प्रवेश करने वाले लोगों की निरंतर संख्या के बीच, आईओएम ने जोर देकर कहा कि भोजन, गैर-खाद्य वस्तुओं, पानी और स्वच्छता के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं सहित जीवन रक्षक सेवाओं तक अपर्याप्त पहुंच एक चुनौती बनी हुई है।
इस सप्ताह की शुरुआत में, मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय ने कहा कि कुल आगमन में इथियोपिया लौटने वालों की संख्या लगभग 49 प्रतिशत है जबकि सूडानी नागरिकों की संख्या 30 प्रतिशत है।
सूडान की राजधानी खार्तूम में 15 अप्रैल को सेना और अर्द्ध सैनिक बल के बीच सशस्त्र संघर्ष शुरू हुआ और देश के विभिन्न हिस्सों में तेजी से फैल गया।
इस संघर्ष में सूडानी सशस्त्र बल (एसएएफ) और अर्द्धयैनिक बन रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) आमने-सामने हैं।
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर संघर्ष शुरू करने का आरोप लगाया है।
एसएएफ और आरएसएफ के बीच गहरे मतभेद उभर आए थे, विशेषकर 5 दिसंबर 2022 को सैन्य और नागरिक नेताओं के बीच हस्ताक्षरित एक रूपरेखा समझौते में सेना में आरएसएफ का एकीकरण निर्धारित होने के बाद।
इस संघर्ष में अब तक 3,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 6,000 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।