तेल अवीव: गाजा युद्धविराम समझौते को लेकर इजरायल में अलग-अलग आवाजें सुनाई देती रही हैं। सरकार में शामिल लोग भी इसके दूसरे चरण के खिलाफ बयान दे चुके हैं। हालांकि शुक्रवार को प्रसारित एक टेलीविजन सर्वे में शामिल होने वाले ज्यादार लोगों ने युद्ध विराम समझौते को लेकर सहमति जताई।
टेलीविजन सर्वेक्षण के अनुसार, 70 प्रतिशत इजरायली जनता हमास के साथ बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के पक्ष में है, लगभग समान संख्या में लोग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को हटाने के प्रस्ताव के समर्थन में है।
'द टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक 'चैनल 12 न्यूज' ने कहा कि 21% उत्तरदाता समझौते के दूसरे चरण के खिलाफ हैं। बाकी नौ प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि वे समझौते के दूसरे चरण को जारी रखने के पक्ष में हैं या विरोध में। दूसरे चरण पर इस सप्ताह बातचीत शुरू होने वाली है।
दूसरे चरण के तहत लगभग 24 जीवित पुरुष बंधकों और 35 मृत बंधकों को मुक्त किया जाएगा और गाजा से इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी होगी। इसके साथ ही स्थायी युद्धविराम लागू होगा। अन्य बंदियों के शव तीसरे चरण में लौटाये जायेंगे। नेतन्याहू के दक्षिणपंथी-धार्मिक गठबंधन के लिए मतदान करने वालों में से 54% दूसरे चरण के समर्थन में हैं, वहीं 36% इसके खिलाफ हैं और बाकी को नहीं पता।
युद्ध विराम समझौता अपने पहले चरण में है जिसने 42 दिनों तक चलना है। इसके तहत सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास को 33 बच्चों, महिलाओं और वृद्धों को रिहा करना है। अब तक 13 बंधकों को वापस लौटाया जा चुका है। शनिवार (8 फरवरी) की सुबह गाजा से तीन और लोगों को रिहा किया जाना है। समझौते के दायरे से बाहर पांच थाई बंधकों को भी रिहा किया गया।
सर्वे में इजरायलियों से यह भी पूछा गया कि क्या वे गाजा से फिलिस्तीनियों को बहार निकालने की की योजना के पक्ष में हैं या खिलाफ, 69% लोग इसके पक्ष में थे और 18% लोग इसके विरोध में थे। बाकी उत्तरदाताओं को इस बारे में कुछ नहीं पता था।
चैनल 12 ने यह नहीं बताया कि कितने लोगों ने सर्वेक्षण में भाग लिया। यह सर्वे ऐसे समय में सामने आया है जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्ध विराम समझौते के पहले चरण के बाद गाजा में लड़ाई फिर से शुरू करने का भारी राजनीतिक दबाव है। इजरायल सरकार की धुर दक्षिणपंथी मंत्री ने हाल ही में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हमास के साथ बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण को जारी रखने के खिलाफ चेतावनी दी।
इजरायली मीडिया के मुताबिक आर्मी रेडियो से बात करते हुए, बस्तियों और राष्ट्रीय परियोजनाओं की मंत्री ओरिट स्ट्रोक ने कहा कि 'अगर नेतन्याहू इस विनाशकारी दिशा में जाने का फैसला करते हैं' तो उनकी पार्टी 'यह सुनिश्चित करेगी कि सरकार का अस्तित्व बना रहे।'