इंडोनेशिया के पूर्वी हिस्से में 5.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया, लोगों को तट खाली करने की दी गई चेतावनी
एजेंसी ने लोगों से कहा कि उन्हें समुद्र में भूस्खलन के कारण सुनामी (Tsunami) की आशंका और भूकंप के बाद के झटकों से सावधान रहना चाहिए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंडोनेशिया (Indonesia) के पूर्वी हिस्से में बुधवार को समुद्र में 5.8 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया. ऐसे में मालुकु प्रांत (Maluku Province) में समुद्री तट के सामने रहने वाले निवासियों को ऊंचे इलाकों में जाने के लिए कहा गया है. इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी ने कहा कि मध्य मालुकु जिले में जपुतिह (Japutih) और अपियाहु (Apiahu) समुद्र तटों पर रहने वाले लोग फौरन इलाका खाली कर दें.
एजेंसी ने लोगों से कहा कि उन्हें समुद्र में भूस्खलन के कारण सुनामी (Tsunami) की आशंका और भूकंप के बाद के झटकों से सावधान रहना चाहिए. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र मालुकु प्रांत में सीरम द्वीप पर अमाहाई शहर (Amahai city) से 70 किलोमीटर दूर समुद्र में करीब 10 किलोमीटर की गहरायी में था. 26 करोड़ की आबादी वाले इंडोनेशिया में आए दिन भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी आती रहती हैं. ऐसा इसके रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) के पास स्थित होने की वजह से है.
कुछ इमारतों को पहुंचा नुकसान
अधिकारियों ने बताया है कि अभी तक इस भूकंप की वजह से किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है. लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे तटों से दूर हो जाएं और ऊंचाई वाली जगह पर चले जाएं. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अभी तक सुनामी की संभावना नहीं है, लेकिन हालात को देखते हुए कुछ कहा नहीं जा सकता है. बताया गया है कि भूकंप के झटके बाद 13 बार आफ्टर शॉक देखने को मिले हैं. हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन कुछ इमारतों को मामूली नुकसान पहुंचा है. वहीं, लोगों ने सुनामी के डर से ऊंचे स्थानों पर जाना शुरू कर दिया है.
क्या है रिंग ऑफ फायर
पृथ्वी पर सबसे ज्यादा भूकंप और ज्वालामुखी प्रभावित इलाके को वैज्ञानिकों ने रिंग ऑफ फायर का नाम दिया है. ये इलाका प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) के क्षेत्र में स्थित है. दुनिया में आने वाले सभी भूकंपों के 90 प्रतिशत भूकंप इसी इलाके में आते हैं. इस क्षेत्र में करीब 450 सक्रिय और शांत ज्वालामुखी (Volcano) मौजूद हैं. इस कारण इस क्षेत्र में स्थित देशों पर भूकंप का खतरा लगातार बना रहता है. इंडोनेशिया भी उन देशों में शामिल है, जो रिंग ऑफ फायर के पास स्थित है.